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    नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश (UP Assembly Election), पंजाब (Punjab) सहित देश के पांच राज्यों में विधानसभा के चुनाव होने हैं। लेकिन उससे पहले ही सूबे का सियासी पारा गरमाया हुआ है। इन सब के बीच देश में कोरोना की नए वेरिएंट ओमीक्रोन (Omicron Effect) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। हालांकि केंद्र ने राज्यों को बड़े आयोजनों पर रोक लगाने सहित नाइट कर्फ्यू जैसे कदम उठाने की सलाह दी है। लेकिन सवाल उठ रहा है कि क्या यूपी में कोरोना की नई लहर का असर अब दिखने लगा है? 

    ज्ञात हो कि देश में कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन के बढ़ते मामलों के बीच इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मोदी सरकार से एक दो महीने चुनाव टालने और राज्य में हो रही चुनावी सभाओं पर रोक की मांग की है। वैसे यूपी चुनाव की तारीखों का ऐलान भले ही नहीं हुआ है। लेकिन सियासी पार्टियों ने चुनावी रैलियां और रथ निकालकर माहौल बनाने की कोशिश शुरू कर दी है। 

    उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश में हाल ही के दिनों में कुछ ऐसे मामले सामने आए हैं। जिसके बाद से ये सवाल उठ रहा है कि क्या उत्तर प्रदेश चुनाव में कोरोना की इस नई लहर का असर अब दिखना शुरू हो गया है। इससे पहले समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी और बेटी कोरोना से संक्रमित पाई गई हैं। हालांकि अखिलेश की रिपोर्ट निगेटिव है। 

    इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कहा कि यूपी चुनाव के चलते सियासी पार्टियां भीड़ जमा कर रही हैं। चुनाव आयोग और प्रधानमंत्री चुनावी रैलियों पर रोक लगाएं। कोर्ट ने यह भी साफ शब्दों में कहा कि पीएम चुनाव टालने पर विचार करें।