लखनऊ/ प्रयागराज: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Deputy Chief Minister Keshav Prasad Maurya) ने प्रयागराज के सभागार डेंगू के नियंत्रण और बचाव के लिए प्रशासन के द्वारा की जा रही कार्रवाईयों की समीक्षा बैठक की। वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा बताया गया कि वर्तमान में विगत पांच दिनों से डेंगू के मरीजों (Dengue Patients) में निरंतर कमी आयी है। डेंगू से घबराने की जरूरत नहीं है। ठंड के मौसम तापमान नीचे आने पर मच्छर सुस्त हो जाते हैं, जिससे डेंगू फैलने में कमी आती है। उपमुख्यमंत्री ने अधिकारियों से बेडों की उपलब्धता के बारे में जानकारी ली, जिस पर उन्हें बताया गया कि स्वरूपरानी चिकित्सालय में 32 बेड़ डेंगू वार्ड में रिक्त है। तेज बहादुर सपू्रू हॉस्पिटल में 22 और कैण्टोमेंट हॉस्पिटल में 36 बेड रिक्त है। प्रयागराज के प्रमुख चिकित्सालयों में लगभग 300 बेड़ खाली है।
उपमुख्यमंत्री के निर्देशानुसार सभी सरकारी चिकित्सालयों में अलग से डेंगू वार्ड की व्यवस्था की गयी है, जहां पर सारी सुविधाएं यथा वेंटीलेटर, ऑक्सीजन और अन्य सुविधाएं उपलब्ध है। इसके अतिरिक्त डेंगू के उपचार के लिए अलग से टीम का गठन भी किया गया है, जो निरंतर सक्रिय रहकर देखभाल कर रही है। सभी बेड़ों पर मच्छरदानी की व्यवस्था है। स्वरूपरानी अस्पताल में कई स्थानों से गम्भीर मरीजों को रिफर किया गया है और बेहतर इलाज करते हुए बचाया जा सका है। ट्रीटमेंट के समय में भी विशेष सावधानी की आवश्यकता है। बिना डॉक्टर के सलाह के दवाएं न लें।
डीपीआरओ को दवाओं का छिड़काव करें
फीवर के लिए केवल पैरासिटामल की दवा का प्रयोग करें। बुखार के लिए अन्य दवा न लें। डेंगू बीमारी से बचने के लिए तरल पदार्थ का उपयुक्त मात्रा में उपयोग करें। सभी मरीजों को भर्ती की आवश्यकता नहीं होती है, केवल जिनका प्लेटलेट्स 20 हजार से कम है, तो तत्काल उन्हें सरकारी अस्पतालों में भर्ती करें। सुबह-शाम शरीर को ढके रहने के लिए फुल आस्तीन के कपड़ों का प्रयोग करें। प्लेटलेट्स के उपयोग के बारे में भी सावधानी की आवश्यकता है। किसी भी ब्लड ग्रुप का प्लेटलेट्स उपयोग में लाया जा सकता है। एक बार में दो यूनिट से ज्यादा की प्लेटलेट्स की आवश्यकता नहीं पड़ता है। दोबारा प्लेटलेट्स की जांच कराकर डाक्टर की सलाह पर ही प्लेटलेट्स का उपयोग करें। उपमुख्यमंत्री ने नगर क्षेत्र के विद्यालयों में नगर आयुक्त और ग्रामीण क्षेत्र के विद्यालयों में डीपीआरओ को दवाओं का छिड़काव कराये जाने के लिए निर्देशित किया है। उन्होंने दवाओं का छिड़काव मानक के अनुरूप कराये जाने के लिए कहा है।
डेंगू की रोकथाम एवं अस्पतालों में उपचार के लिए आवश्यक कदम उठाए जानें तथा बुखार जैसे लक्षण आने पर प्रथम उपचार व बचाव के लिए प्रचार प्रसार किए जाने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिए। pic.twitter.com/6JhIvgYwGO
— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) October 27, 2022
…तो डेंगू कंट्रोल रूम से सम्पर्क करें
उपमुख्यमंत्री ने आशा और एएनएम के सहयोग से डेंगू से पीड़ित मरीज के घर तक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराये जाने के लिए कहा है। अपने-अपने घरों के आस-पास पानी न इकट्ठा होने दे, साफ-सफाई का विशेष ध्यान दें। लोगों को स्वैच्छिक रक्तदान के लिए प्रेरित करें, जिससे प्लेटलेट्स की कमी न हो। यदि कोई समस्या हो, तो डेंगू कंट्रोल रूम से सम्पर्क करें।
सफाई कर्मियों की वार्डवार टीम गठित
बैठक में यह भी बताया गया कि नगर निगम के द्वारा संक्रामक रोगों और डेंगू से बचाव के लिए लगातार साफ-सफाई, एंटी लार्वा का छिड़कावा, नाला की सफाई का कार्य कराया जा रहा है। नगर निगम द्वारा वर्तमान समय में नगर के 8 जोनों में 18 सफाई एवं खाद्य निरीक्षक, 101 सफाई नायक के नेतृत्व में 352 सफाई कर्मियों की वार्डवार टीम गठित कर नियमित रूप से एण्टीलार्वा का छिड़काव एवं रोस्टर के अनुसार फागिंग का कार्य और नालियों की सफाई और मैलाथियान डास्टिंग का कार्य कराया जा रहा है। इस कार्य में 8 बड़ी फागिंग मशीन, 110 साईकिल माउन्टेड फागिंग मशीन, 190 एण्टी लार्वा स्प्रे मशीन एवं जोनवार वाटर स्प्रिंकलर मशीन और 5 प्रचार वाहन अभियान में लगाए गए हैं, जिनका पर्यवेक्षक समस्त 8 जोन के नोडल अधिकारी, जोनल सिनेटरी आफिसर, मुख्य सफाई निरीक्षक द्वारा किया जाता है। इसके अतिरिक्त कंट्रोल रूम में नगर निगम से अधिकारियों की तैनाती भी की गयी है, जिनमें निगम से सम्बंधित प्राप्त शिकायतों को प्राथमिकता से निस्तारित किया जाता है। कंट्रोल रूम में प्राप्त 409 शिकायतों के सापेक्ष 402 का निस्तारण किया जा चुका है और जनजागरूकता के अन्तर्गत सोर्स रिडक्शन की कार्रवाई की जा रही है।