BJP Flag
भाजपा

Loading

-राजेश मिश्र

लखनऊ: यूपी निकाय चुनाव (UP Nikay Chunav) में बीजेपी (BJP) के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ बिगुल फूंकने वाले पार्टी के पदाधिकारियों और सदस्यों के खिलाफ पार्टी ने कार्रवाई करते हुए बड़ी संख्या में बाहर का रास्ता दिखा दिया है। जानकारी के मुताबिक, कार्रवाई की जद में आने वाले बागी नेताओं (Rebel Leaders) की संख्या करीब 300 हैं। जिनको 6 साल के लिए बाहर का रास्ता दिखाया गया हैं।  

गौरतलब है कि यू्पी निकाय चुनाव में टिकट के बंटवारे से नाराज कई बीजेपी नेताओं ने पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था तो कईयों ने शांत रहकर अपने रिश्तेदारों को मैदान में उतार दिया था। इस बात की जानकारी होने पर पहले तो प्रदेश अध्यक्ष द्वारा पार्टी के सांसदों-विधायकों, जिलाध्यक्षों और स्थानीय नेताओं आदि के माध्यम से बागिओं को मनाने की कोशिश की गयी, लेकिन बात नहीं बनने पर उनके निष्कासन की यह अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के निर्देश पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने जिलाध्यक्षों को दिया।      

इन जिलों में की गई है कार्रवाई

जानकारी के मुताबिक, पार्टी सदस्यों और पदाधिकारियों के निष्कासन की जद में प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के क्षेत्र गोरखपुर के अलावा सीतापुर, मीरजापुर, लखीमपुर, गोंडा, नवाबगंज, उन्नाव, फतेहपुर रहे। जहां पर पदाधिकारियों और उनके समर्थक सदस्यों द्वारा पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के विरोध की बात सामने आयी थी। पीएम के क्षेत्र वाराणसी में निवर्तमान पार्षद सहित पूर्व पार्षद और पदाधिकारियों समेत कुल 56 कार्यकर्ताओं और गोरखपुर के निवर्तमान चेयरमैन गंगा जायसवाल पर निष्कासन की कार्रवाई की गयी। इसके अलावा सुल्तानपुर में मंडल अध्यक्ष और पूर्व पार्षद समेत कुल 23 कार्यकर्ता, प्रयागराज कौशाम्बी मिलाकर 15 और चित्रकूट के कुल 9 पदाधिकारियों पर कार्रवाई की गाज गिरी। वहीं गोंडा में पूर्व चेयरमैन के साथ 10 पार्टी कार्यकर्ताओं को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। मीरजापुर में बीजेपी के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य के साथ 14 कार्यकर्ता पार्टी से निकाले गये। जिनमें मंडल अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, जिला कार्यकारिणी सदस्य, महिला मोर्चा की जिला महामंत्री आदि शामिल रहे।