नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) में मोहम्मद अली जिन्ना को लेकर सियासी पारा गरमाया हुआ है दरअसल राज्य के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक जनसभा में मोहम्मद अली जिन्ना (Akhilesh Yadav On Jinnah) को सरदार पटेल और महात्मा गांधी की तरह आजादी का नायक बताया। अखिलेश के इस बयान पर बीजेपी आक्रामक हो गई है। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस बयान को शर्मनाक बताया है। साथ ही कहा कि अखिलेश को माफी मांगनी चाहिए।
बता दें कि मुरादाबाद में योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मैं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव का कल वक्तव्य सुन रहा था, वह देश तोड़क जिन्ना से इस राष्ट्र को जोड़ने वाले सरदार वल्लभभाई पटेल की तुलना कर रहे थे, ये वक्तव्य अत्यंत शर्मनाक है।
Samajwadi Party Chief y’day compared Jinnah to Sardar Vallabhbhai Patel. This is shameful. It’s Talibani mentality that believes in dividing. Sardar Patel united the country. Presently, under leadership of PM, work underway to achieve ‘Ek Bharat, Shresth Bharat’: UP CM Adityanath pic.twitter.com/klZkXLxasN
— ANI UP (@ANINewsUP) November 1, 2021
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कल उनकी विभाजनकारी मानसिकता एक बार फिर सामने आ गई जब उन्होंने सरदार पटेल को जिन्ना के समकक्ष रखकर देश तोड़क जिन्ना को महिमामंडित करने का प्रयास किया। ये तालिबानी मानसिकता है जो हमेशा तोड़ने में विश्वास रखती है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए।
दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव के बयान पर उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने तुष्टीकरण का आरोप लगा दिया। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव के मुंगेरी लाल के सपने खत्म होते जा रहे हैं तो इसलिए वे तुष्टीकरण के लिए जिन्ना को सरदार वल्लभभाई पटेल से जोड़ते हैं। ये सरदार वल्लभभाई पटेल का अपमान है।