भाजपा को छोड़ने वाले नेताओं का क्या हुआ, देखें किसे मिली जीत किसे हार

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    नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में शानदार जीत मिली है। विधानसभा की 403 सीटों में से भाजपा ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर अभी तक 274 सीटों पर कब्ज़ा कर लिया है। इसी के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा ने एक बार फिर सरकार बनाई है। 1985 के बाद पहली बार कोई पार्टी लगातार दूसरी बार चुनाव जीता है। वहीं चुनाव के पहले भाजपा के कई बड़े नेताओं ने पार्टी को छोड़ सपा का दामन थाम लिया था, जिसमें स्वामी प्रसाद मौर्य, धर्म सिंह सैनी और दारा सिंह चौहान शामिल थे। आइये जानते हैं चुनाव परिणाम में किसे क्या मिला। 

    स्वामी प्रसाद मौर्ययोगी

    कैबिनेट में मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्य पहले नेता थे, जिसने भाजपा को छोड़ सपा की साईकिल पर सवार हुए थे। भाजपा छोड़ते समय उन्होंने योगी सरकार पर पिछडो का उत्पीड़न करने और विकास नहीं करने का आरोप लगाया था। इसी के साथ उन्होंने भाजपा को समाप्त करने का ऐलान करते हुए कहा था वह भाजपा की ताबूत पर आखिरी कील ठोकी हैं। वहीं अब परिणाम में जनता ने उन्हें बड़ा झटका दिया है। फाजिलनगर सीट ने उन्हें हार का सामना करना पड़ा है। भाजपा के सुरेंद्र कुशवाहा ने उन्हें 45014 वोटों से हरा दिया। 

    धरम सिंह सैनी 

    स्वामी प्रसाद की तरह धरम सिंह सैनी ने भी भाजपा पर पिछड़ो का विकास नहीं करने का आरोप लगाते हुए सपा में शामिल हो गए थे। लेकिन स्वामी की तरह उन्हें भी हार का मुँह देखना पड़ा है। धरम सिंह सैनी को नकुड़ सीट पर भाजपा के मुकेश चौधरी से 315 वोट से हार का सामना करना पड़ा। सैनी को जहां 103799 वोट मिले, वहीं चौधरी को 104114 वोट प्राप्त हुए। 

    बृजेश कुमार प्रजापति 

    स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ बृजेश कुमार प्रजापति ने भाजपा को छोड़ सपा का दामन थाना था, लेकिन जनता के दरबार ने उन्हें बेदखल कर दिया। भाजपा के रामकेश निषाद ने प्रजापति को 28415 सीट से हरा दिया है। 

    रोशन लाल वर्मा 

    स्वामी के समर्थन में भाजपा को छोड़ने वाले विधायकों में रोशनलाल वर्मा भी एक थे। लेकिन अपने नेता की तरह उन्हें भी हार का सामना का मुँह भी देखना पड़ा। भाजपा के सलोना कुशवाहा ने वर्मा को 13222 वोट से हरा कर तिलहर सीट भाजपा के पास बरक़रार रखा। 

    माधुरी वर्मा 

    माधुरी वर्मा उन 11 विधायकों में शामिल थी जिन्होंने भाजपा को छोड़ सपा का दामन थामा था। हालांकि, अन्य की तरह उन्हें भी हार का सामना करना पड़ा। वहीं अपना दल (एस) के राम निवास वर्मा 12184 वोट से सीट जीत ली है। 

    दारा सिंह चौहान 

    दारा सिंह चौहान योगी कैबिनेट के उन तीन मंत्रियों में शामिल थे जिन्होंने इस्तीफा देकर सपा का दामन थामा था। 2017 से मधुबन से चुनाव जीतने वाले चौहान ने 2022 में वह घोसी सीट से चुनाव लड़ा और जीत गए। उन्होंने भाजपा के विजय कुमार राजभर को 22 हजार से ज्यादा वोटों से हराया।