Helping hands extended towards the National Bravery Award winner

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    भिवंडी. वैश्विक महामारी कोरोना (Corona) संकट काल में राष्ट्रपति वीरता पुरस्कार (National Bravery Award) से सम्मानित शहापुर तालुका (Shahapur Taluka) की हाली बरफ (Hali Baraf) नामक आदिवासी महिला को भी अपनी अस्थाई सेवक की नौकरी से हाथ धो कर बेरोजगार होना पड़ा। वैश्विक महामारी कोरोना संकट काल ने हाली बरफ़ के परिवार को भुखमरी के कगार पर लाकर खड़ा कर दिया। इस बात की खबर मिलते ही भिवंडी से भाजपा के सांसद कपिल पाटिल ने हाली बरफ के परिवार को 21 हजार रुपये की धनराशि प्रदान की।

    इसी तरह भाजपा तालुका महासचिव राम माली की तरफ अपने जन्मदिन के अवसर पर परिवार के भरण-पोषण के लिए तीन महीने का राशन किट प्रदान किया गया। यह खबर मिलने के बाद भिवंडी उपविभागीय अधिकारी डॉ. मोहन नलदकर ने आगे बढ़कर हाली बरफ को उसकी पुरानी नौकरी छूट जाने के बाद शाहपुर तहसीलदार कार्यालय में अस्थाई सेवक की नौकरी पर रखने का पत्र देकर उस परिवार को इस कोरोना काल में भूखमरी से बचाने के लिए मदद का हाथ बढ़ाया।

    कोरोना काल में नौकरी चली गई

    गौरतलब है कि शहापुर तालुका की रहने वाली हाली बरफ़ नाम की आदिवासी लड़की सन 2012 में अपनी बहन के साथ पास के जंगल में लकड़ियां काटने गई थी, जहां पर चीते ने उसकी बहन के ऊपर जानलेवा हमला कर दिया था। अपनी बहन को बचाने के लिए हाली बरफ़ ने हाथ में लिए हुए कोयते से वार कर बहादुरी से लड़ते हुए अपनी बहन की जान बचाई। इस बात के लिए हाली बरफ को राष्ट्रपति की तरफ से वीरता पुरस्कार दिया गया है। चूंकि हाली बरफ़ कम पढ़ी लिखी थी, आदिवासी रीति-रिवाजों के चलते उसकी कम उम्र में विवाह हो गया और उसके बच्चे भी हो गए। जिससे उसे अपना घर परिवार चलाने में कठिनाई आने लगी। प्रशासन की तरफ से उसे स्थानीय एक आश्रम शाला में सेविका के रूप में स्थाई नौकरी दे दी गई। इसी बीच, श्रमजीवी संघटना की तरफ से हाली बरफ के परिवार को राशन कार्ड और रहने के लिए एक छोटा सा घर दिलाने में की मदद की गई। सब कुछ ठीक चल रहा था किसी तरह उसके परिवार का भरण पोषण हो रहा था, अचानक कोरोना कॉल में आश्रम शाला बंद होने से उसकी अस्थाई नौकरी भी चली गई।

    तीन-चार महीनों से सरकारी राशन नहीं मिल पा रहा था

    सूत्रों के अनुसार हाली बरफ़ का राशन कार्ड ऑनलाइन ना होने के कारण उसे विगत तीन-चार महीनों से सरकारी राशन नहीं मिल पा रहा था। इसके कारण हाली बरफ के परिवार के सामने भुखमरी की नौबत आ खड़ी हुई। इस बात की जानकारी मिलते ही भिवंडी भाजपा सांसद कपिल पाटील ने हाली बरफ को मदद के लिए 21 हजार रुपए की धनराशि प्रदान की। उसी के साथ भाजपा तालुका महासचिव राम माली ने अपने जन्मदिन के अवसर पर हाली बरफ की मदद के लिए 3 महीने की राशन सामग्री किट प्रदान किया। समाचार पत्रों में इस तरह की खबर छपने के बाद प्रशासन हरकत में आया और भिवंडी के उपविभागीय अधिकारी डॉ. मोहन नलदकर ने संज्ञान लेते हुए हाली बरफ की तरफ मदद के हाथ बढ़ाया और उसे शहापुर तहसील में 3 महीने के लिए अस्थाई सेविका की नौकरी पर रखने का कार्य किया।