ठाणे. अभिनेत्री मीरा चोपड़ा (Actress Meera Chopra) को फर्जी पहचान पत्र (Fake ID) देकर अवैध देकर अवैध रूप से टीका (Vaccination) लगाए जाने का खुलासा होने के बाद पूरे मामले की जांच के लिए नियुक्त समिति में यह बात सामने आई है कि 21 और अमीरों के फर्जी पहचान पत्र बनाए गए हैं, जिसमें से 15 लोगों को टीका लगाया गया है। खास बात यह है कि इसमें एक और अभिनेत्री का फर्जी पहचान पत्र भी था। हालांकि, उसे टीका नहीं लगाया गया था। सूत्रों ने बताया कि रिपोर्ट में सभी दोषियों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने की सिफारिश की गई है।
राज्य सरकार ने जहां 18 से 44 वर्ष के आयु वर्ग में टीकाकरण बंद कर दिया था, वहीं ठाणे मनपा ने अभिनेत्री मीरा चोपड़ा को फ्रंटलाइन कार्यकर्ता दिखाकर पार्किंग प्लाजा टीकाकरण केंद्र पर टीका लगाया था। खासतौर पर ग्लोबल और पार्किंग प्लाजा में मैनपावर प्रदाता ओम साईं आरोग्य सेवा ने फर्जी पहचान पत्र बनाकर उन्हें सुपरवाइजर दिखाकर वैक्सीन दी थी। इसके बाद उन्होंने खुद ही उसे सोशल मीडिया पर अपनी तस्वीरें पोस्ट करके टीका लगाए जाने की घोषणा की थी।
टीकाकरण के लिए 21 अमीरों के फर्जी पहचान पत्र तैयार किए गए
इस मामले के बढ़ने के मनपा कमिश्नर डॉ. विपिन शर्मा ने उपायुक्त (स्वास्थ्य) की अध्यक्षता में एक जांच समिति नियुक्त की थी। कमेटी ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है, जिसमें कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि टीकाकरण के लिए 21 अमीरों के फर्जी पहचान पत्र तैयार किए गए। 19 लोगों को पर्यवेक्षक के रूप में और दो को परिचारक के रूप में पहचान पत्र दिए गए। इसमें जांच कमेटी की जांच में एक और अभिनेत्री का पहचान पत्र सामने आया है। हालांकि यह भी स्पष्ट हो गया है कि उसे टीका नहीं लगाया गया है। सूत्रों ने कहा कि जिन लोगों को टीका लगाया गया है उन सभी के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाना चाहिए। नतीजतन, अब कमिश्नर डॉ. विपिन शर्मा दोषियों पर क्या कार्रवाई करते हैं, इस पर सभी का ध्यान केंद्रित है।