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    उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री, पूर्व सांसद और समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता राममूर्ति सिंह वर्मा (Rammurti Singh Verma) का निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। वर्मा 71 साल के थे। वर्मा उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) की सरकार में दो बार राज्य मंत्री तथा तीन बार जलालाबाद से तथा एक बार ददरौल क्षेत्र से विधानसभा के सदस्य तथा शाहजहांपुर लोकसभा क्षेत्र से दो बार सांसद भी रहे थे।

    समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने वर्मा के निधन पर शुक्रवार को दुख जताया। यादव ने अपने ट्वीट के जरिये संवेदना प्रकट की। ट्वीट में वर्मा के निधन को अत्यंत दुखद बताते हुए सपा अध्यक्ष यादव ने अपनी पार्टी के संस्‍थापक सदस्‍य के निधन की सूचना दी और कहा ”दिवंगत आत्मा को शांति दे भगवान। शोकाकुल परिजनों के प्रति गहन संवेदना। भावभीनी श्रद्धांजलि।” 

    समाजवादी पार्टी के शाहजहांपुर के जिलाध्यक्ष तनवीर खां ने फोन पर ”पीटीआई-भाषा’ को बताया कि राममूर्ति सिंह वर्मा तीन मार्च से दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती थे। इसके बाद जब वहां से उन्हें छुट्टी दे दी गई तो परिजन ने उन्हें 21 अप्रैल को बरेली के एक निजी अस्पताल में भर्ती करा दिया जहां बृहस्पतिवार रात इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि वर्मा के दोनों गुर्दे खराब हो चुके थे और वह नियमित डायलिसिस पर थे।

    उल्लेखनीय है कि शाहजहांपुर में 2015 में राममूर्ति सिंह वर्मा पर एक पत्रकार को जलाकर हत्या करने का आरोप लगा था जिसमें पूर्व मंत्री पर खुटार थाने में हत्या का मामला दर्ज किया गया था। बाद में पत्रकार के परिजनों की ओर से सुलह समझौते के बाद मामला खत्म हो गया। उस समय यह मामला देश स्‍तर पर सुर्खियों में आया था।