(Image-Twitter-@seaslugsotd)
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    नई दिल्ली: प्रकृति में ऐसे कई जीव है जिसके बारे में हमें जानकारी नहीं होती,जिनको हम कभी संख्या में नहीं गईं सकते। ऐसे कई जीव होते है जो अपने अंदर कई खासियत लेकर पैदा होते है, वैसे तो आपको जहरीले जानवरों के बारे में पता होगा, लेकिन क्या आपको यह पता है कि दुनिया का सबसे जहरीला जानवर कौन सा है? जी नहीं न? आज हम आपको बताने जा रहे है, कि विश्व में सबसे जहरीला जीव कोनसा है। वैसे तो सब अपने हिसाब से जानवरों को जहरीला मानते है, किसी को सांप बहुत ज्यादा जहरीला और खतरनाक लगता है तो किसी को शेर या मगरमच्छ, लेकिन आज हम जिस जहरीले जानवर के बारे में बताने जा रहे है उसे वैज्ञानिकों ने भी जहरीला मना है इसके पीछे कई वैज्ञानिक करना भी है। 

    कौन है दुनिया का सबसे विषारी जानवर

    दरअसल हाउ स्टफ वर्क्स वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार जानवरों के खतरनाक होने के कई पैमाने हो सकते हैं। इसके कारण भी अलग अलग हो सकते है, जैसे या तो वो बेहद जहरीले हों, या फिर उनसे बीमारियां बहुत ज्यादा फैलती हों, या फिर वो बेहद गुस्सैल हों। मगर आज हम आपको इन सारे पैमानों में से एक, दुनिया के सबसे जहरीले जीव के बारे में बताने जा रहे हैं। 

    ये है विश्व का सबसे जहरीला जीव

    जहां तक हम सब जानते है कि कई लोग किंग कोबरा को सबसे जहरीला मानते हैं तो कई बिच्छुओं को।  कुछ कहते हैं कि मेंढक की खास प्रजाति सबसे जहरीली है तो कुछ का मानना है कि बॉक्स जेली फिश सबसे जहरीला जीव है। लेकिन इन सब के परे एक रिपोर्ट की मानें तो दुनिया का सबसे जहरीला जीव जियोग्राफी कोन स्नेल (Conus geographus) है। जितना जहर एक बड़े बिच्छू को चाहिए अपने शिकार को मारने के लिए, उसके सिर्फ दसवें भाग का इस्तेमाल का ये घोंघा अपने शिकार को मार डालता है। 

    ‘इतने’ इंसानों की हो चुकी है मौत

    आपको बता दें कि ये छोटे से सीप लगे जीव इंडो-पैसिफिक की चट्टानों पर रहते हैं और इंसानों से इनका सामने बहुत कम होता है। यही वजह है कि इस जीव के द्वारा मरना इंसानों के लिए बेहद दुर्लभ है, हालांकि, मिली जानकारी के मुताबिक अब तक इन घोंघों से 30 गोताखोरों की मौत दर्ज की जा चुकी है।  हैरानी की बात ये है कि अगर लोगों को वक्त पर अस्पताल नहीं ले जाया गया तो 65 फीसदी लोगों की घोंघे के काटने से मौत हो जाएगी। बता दें कि  फिलहाल इसका जहर खत्म करने की कोई दवा नहीं है। मरीज को सिर्फ खुद को मजबूत रखना पड़ेगा जिससे धीरे-धीरे उसका जहर शरीर से चला जाए, अन्यथा मौत होगी।