नई दिल्ली: कई बार मनुष्य अपने स्वार्थ के चलते प्रकृति के साथ खिलवाड़ कर देते है और वह बेहद अमानवीय होता है। ऐसी ही एक घटना थाईलैंड से सामने आई है, जिसके बारे में जानकर आपकी भी रूह कांप जाएगी। जहां तक हम जानते है दुनिया के ज्यादतर देशों की अर्थव्यवस्था पर्यटन पर ही निर्भर होती है। इसमें थाईलैंड (Thailand) भी शामिल है, बता दें कि यहां कमाई का मुख्य जरिया देश में घूमने आए टूरिस्ट्स होते है। लेकिन कोरोना काल में सबकुछ बंद रहने की वजह से यहां टूरिस्ट नहीं आये।
लॉकडाउन के चलते बढ़ी बंदरों की तादाद
तभी थाईलैंड के खाली सड़कों पर लोग नहीं बल्कि जिधर उधर बंदर ही दखाई दे रहे थे। ऐसे में बंदरों की बढ़ती तादाद की वजह से स्थानीय लोगों की परेशानियां बढ़ रही थी। जी हां जैसे ही लोकडाउन (Lockdown) खुला तो बंदरों ने लोगों को काफी परेशां करना शुरू कर दिया। इस वजह से परेशान हो कर लोग भी अब बंदरों के साथ दुर्व्यवहार कर रहे है।
इंजेक्शन देकर बना रहे नपुंसक
लेकिन इसके चलते थाईलैंड ने जो किया वह वकाई में क्रूरता भरा काम था। जी हां बता दें कि थाईलैंड सरकार ने यहां बंदरों को पकड़कर उन्हें नपुंसक बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। इतना ही नहीं बल्कि बीते एक साल में करीब 600 बंदरों को नपुंसक बनाकर छोड़ा गया है। दरअसल स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां बंदर सिर्फ अपनी संख्या बढ़ा कर लोगों को परेशान कर रहे हैं।
ऐसे में इनकी संख्या कंट्रोल करना सरकार के लिए भी एक चुनौती बन गई है। इसके चलते थाईलैंड के कई जिलों में बंदरों को पकड़ा जा रहा है और उन्हें इंजेक्शन देकर नपुंसक बनाया जा रहा है। ताकि भविष्य में वो और बच्चे पैदा ना कर पाएं, और उन्हें परेशानी न हों।
हजारों तक बढ़ गई है संख्या
इतना ही नहीं बल्कि बंदरों की बढ़ती संख्या को देखते हुए थाईलैंड के कई जिलों को रेड ज़ोन में कन्वर्ट कर दिया गया है। कई कई जगहों पर तो सड़कों पर करीब तीन हजार तक बंदर नजर आते हैं। ऐसे में ये लोगों पर अटैक कर उन्हें घायल कर देते हैं। सबसे खतरनाक बात ये है कि इन बंदरों को डर भी नहीं लगता। ये इंसान के नजदीक आकर उन पर हमला कर देते हैं।
दहशत में है लोग
उनकी दहशत यही नहीं थमती बल्कि कई बार लोगों के हाथ से खाना और कई बेशकीमती चीजें भी छीन लेते हैं। बंदरों के काटने से इंसान को रेबीज हो सकता है और ऐसे में इनका काटना जानलेवा भी है। ईसिस को ध्यान में रखते हुए थाईलैंड सरकार ने यह फैसला किया है कि उन्हें इंजेक्शन देकर नपुंसक बनाया जाए और इसपर काम भी शुरू हो गया है।