अजीब : महिला ने एक- दो नहीं बल्कि सात बच्चों को दिया जन्म, डॉक्टर्स भी हैरान

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    नई दिल्ली : कई बार मेडिकल साइंस में ऐसा कुछ होता है जिस पर यकीन करना बेहद मुश्किल होता है। जिसे जानकर हम हैरान हो जाते है। ऐसा कुछ हो जाता है, जो आम तोर पर संभव नहीं होता है। ऐसा ही एक मामला पाकिस्तान से सामने आया है, जिसे जानकर आप भी चौंक जाएंगे। यहां एक महिला ने एक या दो बच्चों को नहीं बल्कि सात-सात बच्चों को जन्म दिया है। 

    अनोखा मामला 

    इस मामले में दिलचस्प बात यह है कि इस महिला के साथ उसके सभी बच्चे एकदम स्वस्थ है। आपको बता दें कि इन सात बच्चों में चार लड़के है और तीन लड़कियां है। वहा के स्थानीय स्वास्थ्य विभाग ने इन बच्चों की तस्वीरें भी जारी कर दी है। 

    पाकिस्तान की अजीब घटना 

    आपको बता दें कि यह अनोखी घटना पाकिस्तान खैबर पख्तूनख्वा में स्थित ऐबटाबाद शहर की है। पाकिस्तान के एक ‘समां टीवी’ के एक रिपोर्ट के मुताबिक, वहां इस महिला का इलाज जिन्ना अस्पताल में चल रहा था। इस बच्चों के नाम यार मोहम्मद है। उन्होंने बताया कि पत्नी जब गर्भवती थी तभी जांच के दौरान हमें पता चल गया था कि एक से ज्यादा बच्चे हैं, लेकिन यह नहीं पता था कि सात बच्चे हैं।

    ऐसे हुआ बच्चों का जन्म 

    उन्होंने बताया कि पत्नी की तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर हमने उनको अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों की टीम ने अस्पताल में महिला का बेहद सधे तरीके से इलाज शुरू किया। अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट में यह पता चला कि महिला के पेट में पांच बच्चे हैं। इसके बाद यह तय हुआ कि महिला का ऑपरेशन किया जाए। फिलहाल महिला का ऑपरेशन किया गया और एक-एक करके सात बच्चों ने जन्म लिया। महिला और बच्चों की हालत स्थिर बताई गई है।

    डॉक्टर ने बताई पूरी बात 

    बीबीसी के इस रिपोर्ट के मुताबिक इसी अस्पताल की डॉक्टर हिना फैयाज ने इस पूरे मामले पर बात की है। इस बारे में उन्होंने यह भी बताया कि यह कैसे संभव हुआ कि एक साथ सात बच्चों ने जन्म लिया है। उन्होंने बताया कि गर्भावस्था के लगभग आठ महीने बीत चुके थे और महिला का ब्लड प्रेशर खतरनाक स्तर तक बढ़ा हुआ था, पेट भी बहुत ज्यादा फूल चुका था। 

    सभी बच्चे स्वस्थ 

    इस डिलेवरी में सबसे अहम भूमिका वहा मौजूद डॉक्टरों की रही है। हिना फैयाज ने बताया कि ऑपरेशन के लिए इमरजेंसी स्तर पर तैयारी की गई और महिला का ऑपरेशन करीब एक घंटे तक चला। जब हम गर्भाशय तक पहुंचे, तो एक-एक करके बच्चे को मां से अलग करते गए। इसमें बहुत सतर्क रहने की जरूरत थी। यह काफी हैरान करने वाला सुखद अनुभव था कि सभी बच्चों की जान बच गई थी। अब वे पूरी तरह से स्वस्थ है। 

    परिवार में छाई खुशियां

    उन्होंने बताया कि गर्भधारण करने वाली दवाओं के अधिक इस्तेमाल के चलते शरीर में एक से अधिक अंडे मैच्योर हो जाते हैं, इस मामले में भी यही हुआ है। फिलहाल अब महिला और उसके परिवार के लोग काफी खुश हैं। यार मोहम्मद खैबर पख्तूनख्वा के ही बटग्राम जिले के रहने वाले हैं। यार मोहम्मद की पहले से ही दो बेटियां हैं। वे कहते हैं कि हम बहुत खुश हैं। साथ बच्चों की किलकारियां घर में गूंज रही है और इससे परिवार में खुशियां छाई हुई है।