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शुक्रवार से उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly Elections) के पहले चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई।

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    आगरा, देश में एक बार फिर चुनाव (Election) का माहौल बन गया है। शुक्रवार से उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 (Uttar Pradesh Assembly Elections) के पहले चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई। इस बार चुनाव के शुरुआत से ही काफी फेरबदल देखने को मिल रहे है। इस बार के चुनाव में जीत हासिल करने के लिए उम्मीदवार हर एक मुमकिन कोशिश कर रहे हैं। लेकिन, एक ऐसा उम्मीदवार है, जो सिर्फ हारने के लिए चुनाव लड़ता है। खास बात यह है कि, इस उम्मीदवार की हसरत है कि वह चुनाव हारने का शतक बनाए। इस उम्मीदवार का नाम हसनूराम आंबेडकरी (Hasnuram Ambedkari) है।

    खेरागढ़ के नगला दूल्हे निवासी 75 साल के हसनूराम आंबेडकरी (Hasnuram Ambedkari) 94वीं बार निर्दलीय चुनाव लड़ने के लिए कलेक्ट्रेट में पर्चा लेने पहुंचे। हसनूराम इससे पहले विभिन्न पदों पर 93 बार चुनाव हार चुके है। वहीं, चुनाव हारने का शतक बनाने की अपनी हसरत पूरी करने के लिए वह एक बार फिर चुनाव लड़ने के लिए मैदान में उतर रहे हैं।

    हसनूराम आंबेडकरी (Hasnuram Ambedkari) ने बताया कि, वह साल 1985 से विभिन्न पदों के लिए 93 चुनाव लड़ चुके हैं। वह 100 बार चुनाव हारने का रिकॉर्ड बनाना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि, मैंने कभी किसी चुनाव में एक रुपया खर्च नहीं किया। खास बात यह है कि, उन्होंने एक बार राष्ट्रपति पद के लिए भी नामांकन किया था, लेकिन पर्चा निरस्त हो गया था।

    हसनूराम आंबेडकरी (Hasnuram Ambedkari) का जन्म 15 अगस्त 1947 को हुआ था। हसनूराम ने बताया कि वह राजस्व विभाग में अमीन के पद पर कार्यरत थे। तब एक बड़ी पार्टी की ओर से उन्हें चुनाव लड़ाने का आश्वासन दिया गया था, उनसे कहा कि वो अपनी नौकरी छोड़कर चुनाव की तैयारी करें। आश्वासन पर उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ दी, मगर चुनाव के समय पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया। ‘टिकट देने की बजाय उन्होंने मेरा मजाक उड़ाया, कहां तुम्हें तो तुम्हारे घर में कोई वोट नहीं देगा।’ तभी से हस्नूराम को चुनाव लड़ने का जुनून सवार हो गया। इसके बाद उन्होंने फतेहपुर सीकरी विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ा और 17711 वोट पाकर तीसरे स्थान पर रहे। इसके बाद से वो लगातार चुनाव लड़ते आ रहे हैं।

    हसनूराम (Hasnuram Ambedkari) ने बताया कि वह साल 1985 से लगातार चुनाव लड़ रहे हैं। तब से जितनी बार भी विधानसभा, लोकसभा, पंचायत में वो निर्दलीय लड़े हैं। इतना ही नहीं वो राष्ट्रपति पद के लिए भी नामांकन कर चुके हैं। इसके अलावा MLC, सहकारी बैंक सहित 93 बार चुनाव मैदान में उतर चुके हैं। 2022 के विधानसभा चुनाव में वो 94वीं बार मैदान में उतरेंगे। वहीं, वह आगरा ग्रामीण से 12 बार, खैरागढ़ विधानसभा से 12 बार और फतेहपुर सीकरी विधानसभा से 6 बार चुनाव लड़ चुके हैं।