पीपीई किट के अधिक उपयोग से कोरोना योध्दाओ का घट रहा वजन

  • चिकित्सको के स्वास्थ्य पर हो रहा असर

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– विशाल कट्टोजवार

वर्धा. कोविड केअर युनिट में कोरोनाबाधित मरिजों का ईलाज करनेवाले कोरोना योध्दाओ को स्वास्थ्य समस्या से जुझना पड रहा है़ लंबे समय तक लगातार पीपीई किट पहने रहने से वजन घटने के साथ ही त्वचा संबंधीत बीमारिया उन्हें जखड रही है़ 

जिले में कोरोनाबाधितों का आंकडा छह हजार पार कर चुका है़ इसकी तूलना में जिले का रिकवरी रेट अच्छा है़ अब तक जिले में पांच हजार से अधिक मरिज ठीक हो चुके है़ सेवाग्राम व सावंगी अस्पताल, जिला अस्पताल सहित उपजिला अस्पतालों में कोविड केअर सेंटर है़ जहां कोरोनाबाधितों का ईलाज शुरु है़ उनकी सेवा के लिए चिकित्सक, स्वास्थ्य कर्मियों की टिम चौबीस घंटे उपलब्ध होती है़ कोविड सेंटर में तैनात चिकित्सक व कर्मियों को सुरक्षा की दृष्टी से पीपीई किट (पर्सनल प्रोटेक्टीव इक्युपमेन्ट) परिधान करना पडता है़ उक्त किट लगातार पहने रहने से अब इन कोरोना योध्दाओ को स्वास्थ्य संबंधीत समस्याओं का सामना करना पड रहा है़ स्वास्थ्य प्रशासन की गाईडलाईन के अनुसार भलेही चिकित्सक पीपीई किट का उचित उपयोग कर रहे है़ परंतु इसे लंबे समय तक पहने रहने से उनके भोजन के समय में बदलाव हो गया है़ एक बार किट पहनने के बाद वें भोजन तथा पानी तक पी नहीं पाते़ नाहीं वें शौच व बाथरुम जा पाते है़ इतना ही नहीं तो उन्हें बडी मात्रा में पसीना छूटता है, इसका असर उनके स्वास्थ्य पर हो रहा है़ 

जखड रही बीमारिया

पीपीई किट के अधिक उपयोग से चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मियों में डीहाईड्रेशन के साथ उनकी ट्रेस लेवल बढ रही है़ नरवस सिस्टम में बदलाव होकर इरिटेशन तथा हेडॅक बढ रहा़ बडी मात्रा में पसीना छूटता है़ वजन घटने की समस्या आ रही़ त्वचा संबंधीत बीमारिया बढ रही़ इसके अलावा अन्य बीमारिया उन्हें जखड रही है़ 

इन कर्मियों को रखा जा रहा दूर

स्वास्थ्य प्रशासन कोरोना योध्दाओ के स्वास्थ्य संबंधीत समस्याओं को लेकर गंभीरता बरत रहा है़ हाईपर टेन्शन, डायबेटीज, अस्थमा जैसी बिमारी से ग्रस्त चिकित्सक, स्वास्थ्य वर्कर को कोवीड केअर युनिट न जाने एवं कोरोनाबाधिता का उपचार न करने की सलाह दी गई है.

स्वास्थ्य प्रशासन दे रहा ध्यान : पीपीई किट के उपयोग के संदर्भ में चिकित्सक, टेक्नीशियन व स्वास्थ्य वर्कर को तकनीकि सूचना दी गई है़ लंबे समय तक किट न पहने़ काम में ब्रेक रखने से स्वास्थ्य पर असर नहीं होगा़ कुछ कर्मियों में स्वास्थ्य संबंधीत समस्या आ रही है़ इस ओर हमारा बारिकी से ध्यान है़ अब तक किसी प्रकार शिकायत प्राप्त नहीं हुई है़ -डा़ अजय डवले, जिला स्वास्थ्य अधिकारी-वर्धा

दो घंटे में बदल रहे ड्यूटी : इस ओर हमारा पुरा ध्यान है़ दो घंटे तक ही पीपीई किट पहनने को कहा जा रहा है़ इसके बाद कर्मचारी की ड्यूटी बदली जा रही़ अब तक कोई गंभीर शिकायत नहीं मिली है़ उचित गाईडलाईन दी गई है़ चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मियों को संपुर्ण भोजन व पेयजल ग्रहन करने के बाद ही पीपीई किट पहनाई जाती है़ उनके स्वास्थ्य के प्रति प्रशासन सजग है़

डा़ सचिन तडस, जिला शल्य चिकित्सक-वर्धा