पेरिस: फ्रांस (France) में पैगंबर मोहम्मद साहब (Prophet Muhammad) के कार्टून (Cartoon) क्लास में दिखाने को लेकर टीचर (Teacher) का सिर काट (Beheaded) कर हत्या करने के बाद से फ्रांस में प्रदर्शन हो रहे हैं। मामले के बाद से लोगों में गुस्सा है। रिपोर्ट्स के अनुसार, घटना का विरोध ज़ाहिर करने के लिए फ्रांस के शहर मोंटपेल्लियर और टाउलुस में दिवंगत शिक्षक को श्रद्धांजलि देने के लिए कई इमारतों की दीवारों पर शार्ली हेब्दो (Charlie Hebdo) के बनाए पैगंबर के विवादित कार्टून को प्रोजेक्टर पर दिखाया जा रहा है।
दरअसल, 16 अक्टूबर को फ्रांस में एक लेक्चर के दौरान, 47 वर्षीय सैम्युल पैटी नाम के टीचर ने क्लास में मौजूद छात्रों को मोहम्मद साहब का कार्टून दिखाया था जिसके बाद चेचेन मूल के शख्स ने पैटी का गला काटकर उनकी हत्या कर दी थी।
तस्वीरें प्रकाशित करने की घोषणा फ्रांस के ओस्सिटनेई इलाके की अध्यक्ष केरोल डेल्गा ने बुधवार को ट्विटर पर की थी। उन्होंने लिखा था कि, “शिक्षक सैमुअल पैटी को श्रद्धांजलि देने के लिए दिखाया जाएगा।”
एक्शन में सरकार और पुलिस
इससे पहले फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों (Emanuel Macron) ने एक शिक्षक का सिर कलम किए जाने की घटना के लिए मंगलवार को एक घरेलू आतंकवादी इस्लामवादी संगठन (Islamist Organizations) को ‘‘प्रत्यक्ष तौर पर जिम्मेदार ठहराया था।” मैक्रों ने कहा था कि संगठन को बुधवार को भंग किया जाएगा और शिक्षक की निंदा करने वाली मस्जिद को भी बंद किया जाएगा।
शहर में जगह-जगह बड़े पैमाने पर पुलिस को तैनात
कट्टरपंथी इस्लामवादियों से निपटने के लिए कार्यरत क्षेत्रीय अधिकारियों के साथ बैठक के बाद मैक्रों ने कहा कि अन्य संगठनों और लोगों पर भी नजर है और उन्हें भी बंद या नियंत्रित किया जाएगा। इस बीच पूरे देश भर में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही हैं। बड़ी संख्या में संदिग्ध लोगों को हिरासत में भी लिया गया है। किसी भी घटना से निपटने के लिए शहर में जगह-जगह बड़े पैमाने पर पुलिस को तैनात कर दिया गया है।
यह सुरक्षा, संस्कृति और शिक्षा को लेकर लड़ाई है
एक रिपोर्ट के अनुसार, फ्रांसीसी सरकार के प्रवक्ता गेब्रियल अटाल ने कहा कि, शिक्षक की हत्या के बाद फलस्तीनी नेता शेख यासीन के नाम पर रखे गए एक इस्लामी समूह को प्रतिबंधित कर दिया है। प्रतिबंधित समूह का नाम फिलिस्तीनी मुस्लिम नेता और हमास आंदोलन के सह-संस्थापक शेख यासन के नाम पर रखा गया है। फिलिस्तीन में सक्रिय आतंकी संगठन हमास ने फ्रांसीसी समूह के साथ किसी भी संबंध से इनकार किया है। गेब्रियल ने कहा कि यह सुरक्षा, संस्कृति और शिक्षा को लेकर लड़ाई है।