कार्सन सिटी. नेवेदा के गवर्नर स्टीव सिसोलक ने कोरोना वायरस के मद्देनजर नवम्बर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले मतदाताओं को लंबी-लंबी कतारों से बचाने के लिए डाक से मतदान की व्यवस्था सुनश्चित करने को एक विधेयक पर सोमवार को हस्ताक्षर किए। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प लगातार इस कदम की आलोचना कर रहे हैं और उन्होंने इसे रोकने के लिए मुकदमा करने की धमकी भी दी है। डेमोक्रेट सिसोलक ने कहा, ‘‘ इस विधेयक के जरिए चुनाव अधिकारियों को इन अभूतपूर्व परिस्थितियों में सुलभ, सुरक्षित चुनाव कराने में मदद मिलेगी।” नेवेदा के आलावा सात राज्य पहले ही कोरोना वायरस के मद्देनजर मतदाताओं को डाक मतपत्र भेजने की योजना बना चुके हैं।
In an illegal late night coup, Nevada’s clubhouse Governor made it impossible for Republicans to win the state. Post Office could never handle the Traffic of Mail-In Votes without preparation. Using Covid to steal the state. See you in Court! https://t.co/cNSPINgCY7
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) August 3, 2020
ट्रंप का दावा है कि डाक मतदान से चुनाव की अखंडता प्रभावित हो सकती है हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसा होने की आशंका बहुत ही कम है। इसके तहत कोविड-19 महामारी के दौरान अमेरिकी नागरिक मतदान करने के लिए मतदान केंद्रों तक जाने और कतारों में लगने से बचने के लिए डाक से मतदान का विकल्प चुन सकते हैं। ट्रम्प ने हालांकि इस कदम की काफी आलोचना की है। व्हाइट हाउस में दोबारा पहुंचने की जद्दोजहद में लगे ट्रम्प ने दलील दी कि डाक से मतदान (मेल-इन वोटिंग) से चुनाव में गड़बड़ी हो सकती है। ट्रम्प ने सोमवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि उन्होंने मंगलवार को नेवेदा के खिलाफ मुकदमा करने का फैसला किया है। उन्होंने डाक मतपत्र को अमेरिका के लिए एक बड़ी शर्मनाक बात करार दिया।(एजेंसी)