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ढाका: बांग्लादेश में रविवार को मतदान होने वाला है और राजनीतिक अराजकता से मुक्त भविष्य का सपना संजोए युवा भी मतदान करेंगे। बांग्लादेश में दशकों से राजनीतिक लड़ाई दो शक्तिशाली महिलाओं के नेतृत्व वाली पार्टियों के इर्द गिर्द रही है, जो अक्सर सड़कों पर हिंसक रूप ले लेती है। लेकिन देश में पीढ़िगत बदलाव के संकेत दिख रहे हैं। 16.9 करोड़ की आबादी वाला बांग्लादेश रविवार को होने वाले आम चुनाव के लिए तैयार है।

पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के नेतृत्व वाला मुख्य विपक्षी दल पहले ही चुनावों के बहिष्कार का ऐलान कर चुका है जबकि मौजूदा प्रधानमंत्री शेख हसीना सरकार अपनी ‘डिजिटल बांग्लादेश’ परियोजना से उन मतदाताओं को लुभाने की कोशिश कर रही है जो पहली बार मतदान में हिस्सा लेंगे। हसीना ने 2041 तक ‘स्मार्ट बांग्लादेश’ और 2030 तक युवाओं के लिए 1.5 करोड़ नयी नौकरियों का वादा किया है।

पिछले शनिवार को ढाका के बाहरी इलाके में एक विशाल चुनावी रैली को संबोधित करते हुए हसीना ने युवा मतदाताओं से समर्थन मांगा ताकि बांग्लादेश की प्रगति को जारी रखा जा सके। रैली में मौजूद ढाका विश्वविद्यालय में कानून की पढ़ाई करने वाली 26 वर्षीय शाहरिमा तंजिन अरनी ने हसीना को डिजिटल भविष्य का दृष्टिकोण रखने वाली एक साहसी नेता करार दिया। अरनी ने कहा, ‘‘वह अतीत से जुड़े मूल्यों के साथ-साथ प्रगतिशील सोच भी रखती हैं, जो बांग्लादेशी समाज में बहुत आम नहीं है।”

ढाका विश्वविद्यालय के छात्र अब्दुर रहीम रॉनी ने कहा, ‘‘मेरी इच्छा है कि बांग्लादेश के लोग स्वतंत्र रूप से अपने मताधिकार का प्रयोग करें, उनकी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता सुनिश्चित की जाए और न्याय प्रणाली स्वतंत्र रूप से काम करे।” उन्होंने यह भी कहा कि मैं यह भी चाहता हूं कि कोई भी राजनीतिक दल या सरकार संवैधानिक संस्थाओं में हस्तक्षेप नहीं करे। बांग्लादेश सांख्यिकी ब्यूरो के अनुसार, देश की एक-चौथाई आबादी 15-29 आयु वर्ग की है।

वहीं देश में 11.91 करोड़ पंजीकृत मतदाताओं में से लगभग एक तिहाई की उम्र 18 से 30 वर्ष के बीच है। सतत विकास लक्ष्यों के लिए ‘बांग्लादेश सिटीजन प्लेटफॉर्म’ द्वारा अक्टूबर में किए गए एक ऑनलाइन सर्वेक्षण में 18-35 आयु वर्ग के 5,075 लोगों को शामिल किया गया, जिसमें पाया गया कि बांग्लादेश में 69 फीसदी युवा आर्थिक मंदी की चपेट वाले देश में भ्रष्टाचार और परिवारवाद को विकास में मुख्य बाधा मानते हैं। ढाका के ब्रैक विश्वविद्यालय में कंप्यूटर विज्ञान की पढ़ाई करने वाले छात्र और पहली बार मतदान प्रक्रिया का हिस्सा बनने जा रहे 20 वर्षीय राउल तमजीद रहमान ने कहा, ‘‘हम सड़कों पर किसी प्रकार की अराजकता या हिंसा नहीं चाहते। जब मैं अपनी पढ़ाई पूरी कर लूंगा तो मैं नौकरी करना चाहता हूं या फिर शांति से अपना खुद का व्यवसाय शुरू करना चाहता हूं।”