IMRAN KHAN
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इस्लामाबाद. अल-कादिर ट्रस्ट मामले (Al-Qadir Trust case) में गिरफ्तार पूर्व पीएम और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान (Imran Khan) को मेडिकल जांच के लिए इस्लामाबाद के पॉली क्लिनिक में सात सदस्यीय मेडिकल बोर्ड के पास भेजा गया है।

डॉक्टर फरीद अल्लाह शाह के नेतृत्व में मेडिसिन, आर्थोपेडिक्स, कार्डियोलॉजी, जनरल सर्जरी और पैथोलॉजी के विशेषज्ञों को शामिल करते हुए सात सदस्यीय मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया है, जबकि सीएमओ पॉली क्लिनिक से डॉ. इम्तियाज अहमद को भी शामिल किया गया है।

एनएबी रावलपिंडी ने पीटीआई प्रमुख इमरान खान के मेडिकल परीक्षण का अनुरोध करने के लिए पॉली क्लिनिक के अस्पताल प्रशासन से संपर्क किया था। सूत्रों के मुताबिक पॉली क्लिनिक प्रशासन ने एनएबी को एक लिखित अनुरोध प्रस्तुत करने का निर्देश दिया था, जिसके बाद एनएबी ने औपचारिक रूप से प्रक्रिया के अनुसार इमरान खान के लिए एक चिकित्सा परीक्षण का अनुरोध किया था।

पीटीआई ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर ट्वीट किया, “उन्होंने घायल इमरान खान को बुरी तरह से धक्का दिया है। पाकिस्तान के लोगों, यह समय अपने देश को बचाने का है। आपको कोई अन्य अवसर नहीं मिलेगा।”

वहीं, फवाद चौधरी ने पीटीआई अध्यक्ष की गिरफ्तारी के दृश्य साझा किए और उन्होंने जनता से बाहर आने और देश की रक्षा करने के लिए भी कहा।

पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) की वरिष्ठ नेता शिरीन मजारी के अनुसार, लाहौर से इस्लामाबाद आए इमरान खान अदालत में एक बायोमेट्रिक प्रक्रिया से गुजर रहे थे, तभी रेंजर्स ने कांच की खिड़की को तोड़ दिया और वकीलों एवं खान के सुरक्षा कर्मचारियों की पिटाई करने के बाद उन्हें (खान को) गिरफ्तार कर लिया। टीवी फुटेज में नजर आ रहा है कि रेंजर्स खान को कॉलर से पकड़कर ले जा रहे हैं और उन्हें एक कैदी वाहन में बैठाया जा रहा है।

रेंजर्स, आंतरिक मंत्रालय के तहत काम करते हैं और आमतौर पर सेना से प्रतिनियुक्ति पर आये अधिकारियों द्वारा निर्देशित होते हैं। राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) के एक अधिकारी ने इस बात की पुष्टि की कि, “खान को एक भूमि सम्पत्ति कारोबारी मलिक रियाज को हस्तांतरित करने के एक मामले में गिरफ्तार किया गया है और उन्हें एनएबी को सौंपा जा रहा है।”

उन्होंने बताया कि खान को अल-कादिर ट्रस्ट मामले में गिरफ्तार किया गया है जो पंजाब के झेलम जिले के सोहावा क्षेत्र में 2019 में सूफीवाद के लिए अल-कादिर विश्वविद्यालय की स्थापना से संबंधित है। उन्होंने कहा, “उनकी (खान) गिरफ्तारी का वारंट आज सुबह जारी किया गया था और उसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया।” हालांकि, खान के गिरफ्तारी वारंट से पता चलता है कि यह एक मई को जारी किया गया था। वारंट में कहा गया है कि खान पर भ्रष्टाचार और भ्रष्ट आचरण का आरोप है। (एजेंसी इनपुट के साथ)