भारत 8वीं बार चुना गया सुरक्षा परिषद का अस्थाई सदस्य, मिला भारी समर्थन

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संयुक्त राष्ट्र. भारत शक्तिशाली संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के चुनाव में मिले जबरदस्त समर्थन की मदद से दो साल के लिए इसका अस्थायी सदस्य चुना गया है। इस अभूतपूर्व चुनाव में 192 सदस्य देशों के राजनयिकों ने कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के मद्देनजर सामाजिक दूरी के नियमों का कड़ाई से पालन करते हुए और मास्क पहनकर मतदान किया। सुरक्षा परिषद की पांच अस्थायी सीटों के लिए हुए चुनाव में एशिया-प्रशांत देशों की श्रेणी से उम्मीदवार भारत को 192 मतों में से 184 मत मिले। सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्य के तौर पर भारत का दो वर्ष का कार्यकाल एक जनवरी 2021 से शुरू होगा। भारत के अलावा आयरलैंड, मेक्सिको और नॉर्वे ने भी चुनाव जीता।

अफ्रीकी एवं एशिया- प्रशांत देशों की श्रेणी में जिबूती और केन्या के बीच मुकाबला हुआ, लेकिन दोनों में से कोई भी दो-तिहाई बहुमत या 128 मत हासिल नहीं कर पाया, इसलिए दोनों में से किसी एक को चुनने के लिए बृहस्पतिवार को दूसरे दौर का मतदान होगा। सुरक्षा परिषद के चुनाव के अलावा महासभा ने तुर्की के राजनयिक एवं सांसद वोल्कान बोजकिर को संयुक्त राष्ट्र महासभा के आगामी सत्र का अध्यक्ष चुना। बोजकिर सितंबर में होने वाले महासभा के 75वें सत्र की अध्यक्षता करेंगे। इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र आर्थिक एवं सामाजिक परिषद के सदस्यों के तौर पर तीन वर्ष के कार्यकाल के लिए 18 देशों को चुना गया। सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करते हुए संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य देशों को महासभा सभागार में मतदान के लिए अलग-अलग समय दिया गया था। इससे पहले तक चुनाव के दौरान महासभा सभागार विभिन्न देशों के राजदूतों, राजनयिकों, संयुक्त राष्ट्र कर्मियों एवं अन्य कर्मियों से भरा रहता था और वे परिणाम की घोषणा होने तक सभागार में प्रतीक्षा करते थे।

इस साल सभा के अध्यक्ष तिजानी मोहम्मद बंदे ने चुनाव परिणाम घोषित किए, जिसका ऑनलाइन प्रसारण किया गया। मोहम्मद बंदे ने चुनाव से पहले कहा, ‘‘कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के कारण हमें हमारे समक्ष मौजूद चुनौतियों से निपटने के लिए असाधारण परिस्थितियों में काम करना होगा।” भारत सुरक्षा परिषद में नॉर्वे, आयरलैंड और मेक्सिको के अलावा पांच स्थायी सदस्यों चीन, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन और अमेरिका तथा अस्थायी सदस्यों एस्तोनिया, नाइजर, सेंट विंसेंट, ट्यूनीशिया और वियतनाम के साथ बैठेगा। बेल्जियम, डोमिनिकन गणराज्य, जर्मनी, इंडोनेशिया और दक्षिण अफ्रीका का कार्यकाल इस साल समाप्त हो जाएगा। चुनाव परिणाम की घोषणा के तत्काल बाद संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टी. एस. तिरुमूर्ति ने एक वीडियो संदेश में कहा, ‘‘मुझे बहुत खुशी है कि भारत 2021-22 के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्य के तौर पर चुना गया है।

हमें भारी समर्थन हासिल हुआ और संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों ने भारत पर जो भरोसा जताया है, मैं उससे अभिभूत हूं।” इससे पहले भारत 1950-1951, 1967-1968, 1972-1973, 1977-1978, 1984-1985, 1991-1992 तथा 2011-2012 में परिषद का अस्थायी सदस्य बना था। तिरुमूर्ति ने कहा कि सुरक्षा परिषद में भारत का चुना जाना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘‘सोच” और उनके प्रेरणादायी वैश्विक नेतृत्व का साक्षी है। उन्होंने कहा, ‘‘भारत एक महत्वपूर्ण मोड़ पर सुरक्षा परिषद का सदस्य बन रहा है और हमें विश्वास है कि कोविड संकटकाल में और कोविड के बाद की दुनिया में भारत बहुपक्षीय प्रणाली को नयी दिशा तथा नेतृत्व देगा।” संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन ने ट्वीट किया, ‘‘सदस्य देशों ने 2021-22 के लिए भारत को अस्थायी सदस्य के तौर पर भारी समर्थन से चुना। भारत को 192 मतों में से 184 मत हासिल हुए।”(एजेंसी)