Israel-Hamas War
अरब देश के नेताओं की बैठक

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तेल अवीव: इजराइल और हमास (Israel-Hamas War) के बीच जारी युद्ध रुकने का नाम नही ले रही है। इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) ने शनिवार को एक बार फिर युद्धविराम के लिए बढ़ती अंतरराष्ट्रीय मांग को खारिज कर दिया। कल यानी की शनिवार को सऊदी अरब की राजधानी रियाद में अरब नेताओं और ईरान के राष्ट्रपति की बैठक की। बैठक में गाजा में हमास के खिलाफ युद्ध में इजराइली कार्रवाई की कड़ी निंदा की गई।

बैठक में किसने क्या कहा:

इजराइली अधिकारी जिम्मेदार 

अरब लीग और इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) की आपातकालीन बैठक को संबोधित करते हुए सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने कहा कि सऊदी अरब फलस्तीनी लोगों के खिलाफ किए गए अपराधों के लिए इजराइली अधिकारियों को जिम्मेदार मानता है।

बैठक में सलमान ने गाजा और कब्जे वाले वेस्ट बैंक में इजरायल की कार्रवाई के बारे में बात करते हुए कहा, ‘हमें यकीन है कि क्षेत्र में सुरक्षा, शांति और स्थिरता की गारंटी देने का एकमात्र तरीका कब्जे, घेराबंदी और बस्तियों को खत्म करना है।’

इजरायली सेना आतंकवादी संगठन

बैठक में अन्य अरब नेता और ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी ने कहा कि इस्लामिक देशों को गाजा में अपने बर्ताव के लिए इजरायली सेना को आतंकवादी संगठन घोषित करना चाहिए।

नरसंहार पर पश्चिमी देश चुप

तुर्किये के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने शिखर सम्मेलन में कहा कि यह शर्म की बात है कि पश्चिमी देश, जो हमेशा मानवाधिकारों और स्वतंत्रता की बात करते हैं, फलस्तीन में चल रहे नरसंहार के सामने चुप हैं।

अमेरिका जिम्मेदार

कार्यक्रम में शामिल हुए फलस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने कहा कि अमेरिका का इजराइल पर सबसे बड़ा प्रभाव है और वह संघर्ष के राजनीतिक समाधान न होने के लिए जिम्मेदार है।

तेल आपूर्ति बाधित करने की चेतावनी 

बैठक में राजनयिकों ने कहा कि अल्जीरिया और लेबनान सहित कुछ देशों ने गाजा में तबाही का जवाब देने के लिए इजराइल और उसके सहयोगियों को तेल आपूर्ति बाधित करने की चेतावनी दी है। इसके साथ ही अरब लीग के कुछ देशों के इजराइल के साथ आर्थिक और राजनयिक संबंधों को तोड़ने की चेतावनी देने का भी प्रस्ताव रखा है।