israel-hamas-war
इजराइल हमास जंग

Loading

नई दिल्ली. एक बड़ी खबर के अनुसार इजराइल हमास जंग (Israel-Hamas War) के बीच कई दिनों से चल रही सीजफायर (Ceasrfire) की डील पर इजराइली संसद ने अब अपनी जरुरी मुहर लगा दी है। मामले पर ‘टाइम्स ऑफ इजराइल’ के मुताबिक, संसद ने 50 बंधकों के बदले 4 दिन के सीजफायर के प्रस्ताव को अब पास कर दिया है।

इजराइली सरकार के अनुसार जिन बंधकों को छोड़ा जाएगा, उनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे होंगे। इन्हें हर दिन 12-13 बंधकों के ग्रुप में आजाद किया जाएगा। अन्य मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार हमास 50 बंधकों को कल से चरणों में रिहा करना शुरू कर सकता है। इन बधकों में 20 महिलाएं और 30 बच्चे शामिल हो सकते हैं। वहीं इजराइल को भी 150 फिलिस्तीनी कैदियों को आजाद करना होगा। बता दें की काफी समय से इन बंधकों की रिहाई को लेकर कोशिश की जा रही थी।

इससे पहले PM नेतन्याहू ने देर रात कैबिनेट मीटिंग की थी। हालांकि इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने साफ़ किया कि इजराइल हमास के खिलाफ अपना युद्ध जारी रखेगा, भले ही बंधकों को रिहा करने के लिए हमास के साथ अस्थायी रूप से सीजफायर लागू हो। हमास चीफ इस्माइल हानिए ने भी बीते रविवार को सीजफायर की तरफ इंगित किया था।

क्या है ‘नेतन्याहू सरकार’ का कहना 

मामले पर ‘नेतन्याहू सरकार’ ने साफ़ किया कि, इजराइल सरकार सभी बंधकों को घर लौटाने के लिए बाध्य है। आज रात, सरकार ने इस लक्ष्य को प्राप्त करने के पहले चरण की रूपरेखा को मंजूरी दे दी है, जिसके अनुसार चार दिनों में कम से कम 50 बंधकों – महिलाओं और बच्चों – को रिहा किया जाएगा, इस दौरान लड़ाई में विराम रहेगा। प्रत्येक अतिरिक्त दस बंधकों की रिहाई पर एक अतिरिक्त दिन की रोक भी लगेगी।

इसके साथ ही इज़राइल सरकार ने साफ़ किया कि, IDF और सुरक्षा सेवाएँ सभी बंधकों की घर वापसी, हमास के खात्मे को पूरा करने और यह सुनिश्चित करने के लिए युद्ध जारी रखेंगी कि आज गाजा से इज़राइल राज्य को कोई नया खतरा नहीं होगा।

इजराइल में डील के पहले शुरू हुआ विरोध 

इधर इजराइल के प्रमुख मीडिया  ‘यरूशलम पोस्ट’ की बीते मंगलवार देर रात पब्लिश रिपोर्ट के मुताबिक- 7 अक्टूबर को हमास के हमले में मारे गए इजराइलियों के परिजनों ने हमास से किसी भी तरह की डील का विरोध शुरू कर दिया है। 

बताते चलें कि 7 अक्टूबर को हमास के आतंकियों ने इजराइल पर हमला कर दिया था जिसमें करीब 12 हजार लोगों की मौत हो गई थी। इस दौरान आतंकियों ने करीब 240 लोगों को बंधक भी बनाया था। तब से ही इजराइल लगातार हमास के ठिकानों पर हमले कर रहा है। इस दौरान इजराइल ने गाजा के सबसे बड़े अस्पताल अल सिफा पर भी अपन कब्जा जमा लिया है।