जानें क्यों मनाया जाता है, इंटरनेशनल डे फॉर साउथ-साउथ कोऑपरेशन और इसका इतिहास

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    नई दिल्ली : दुनिया भर में हर साल 12 सितंबर को दक्षिण-दक्षिण सहयोग का अंतर्राष्ट्रीय दिवस (United Nations Day for South-South Cooperation) मनाया जाता है। यह दिन दक्षिण के क्षेत्रों और देशों द्वारा हर वर्ष में किये गए आर्थिक, राजनीतिक, सामाजिक विकास को चिन्हित करने के उद्देश्य से मनाया जाता है। 

    इस दिवस को मनाने के पीछे और एक महत्वपूर्ण कारण है। दरसल विकासशील देशों में पारस्परिक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए संयुक्त राष्ट्र के प्रयासों को भी उजागर करने का काम यह दिन करता है।  

    इंटरनेशनल डे फॉर साउथ-साउथ कोऑपरेशन का इतिहास 

    दक्षिण- दक्षिण सहयोग 1949 में आर्थिक और सामाजिक परिषद द्वारा संयुक्त राष्ट्र तकनीकी सहायता कार्यक्रम की स्थापना हुई साथ ही संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) के निर्माण के साथ हुई थी। आपको बता दें कि वर्ष 1978 में, TCDC पर ग्लोब साऊथ सम्मेलन का आयोजन किया गया था। 

    इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य विकासशील देशों के बीच तकनिकी सहयोग को बढ़ावा देना और इसे लागू करना यह था। इसके लिए ब्यूनस आयर्स प्लान ऑफ़ एक्शन (BAPA) अपनाया गया और अब इसे दक्षिण- दक्षिण सहयोग के मुख्य स्तंभों में से एक माना जाता है।