संयुक्त राष्ट्र. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) अमेरिका (US) के दौरे पर है। उन्होंने शनिवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र (76th session of the United Nations General Assembly) को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने आतंकवाद (Terrorism), कोरोना वायरस (Coronavirus) समेत कई मुद्दों पर बात की। उन्होंने पाकिस्तान (Pakistan) का नाम लिए बगैर उसे लताड़ लगाई है। उन्होंने कहा कि, रिग्रेसिव थिंकिंग के साथ जो देश आतंकवाद का पॉलिटिकल टूल के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं, उन्हें समझना होगा कि आतंकवाद उनके लिए भी उतना ही बड़ा खतरा है। यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल आतंकवाद फैलाने के लिए न हो।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र को संबोधित करते हुए सबसे पहले अब्दुल्ला शाहिद को अध्यक्ष पद संभालने के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि आपका अध्यक्ष बनना सभी विकासशील देशों के लिए खासकर छोटे विकासशील देशों के लिए गर्व की बात है।
महामारी में जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलिउन्होंने कहा, गत डेढ़ वर्ष से पूरा विश्व, 100 साल में आई सबसे बड़ी महामारी का सामना कर रहा है। ऐसी भयंकर महामारी में जान गंवाने वाले सभी लोगों को मैं श्रद्धांजलि देता हूं और परिवारों के साथ अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं।
In the last 1.5 years, the entire world has been facing the worst pandemic in 100 years, I pay tribute to all those who have lost their lives in this deadly pandemic and I express my condolences to their families: PM Narendra Modi addresses 76th Session of UNGA pic.twitter.com/SUwUWpYvNu
— ANI (@ANI) September 25, 2021
भारत मदर ऑफ डेमोक्रेसी का गौरव
पीएम मोदी ने आगे कहा, मैं उस देश का प्रतिनिधित्व कर रहा हूं जिसे मदर ऑफ डेमोक्रेसी का गौरव हासिल है। लोकतंत्र की हमारी हज़ारों वर्षों की महान परंपरा रही है। इस 15 अगस्त को भारत ने अपनी आजादी के 75वें साल में प्रवेश किया। हमारी विविधता, हमारे सशक्त लोकतंत्र की पहचान है। एक ऐसा देश जिसमें दर्जनों भाषाएं हैं, सैकड़ों बोलियां हैं, अलग-अलग रहन सहन, खान-पान है। ये वाइब्रेंट डेमोक्रेसी का उदाहरण है।
उन्होंने कहा, ये भारत के लोकतंत्र की ताकत है कि एक छोटा बच्चा जो कभी एक रेलवे स्टेशन की टी स्टॉल पर अपने पिता की मदद करता था वो आज चौथी बार भारत के प्रधानमंत्री के तौर पर UNGA को संबोधित कर रहा है।
भारत में बनी दुनिया की पहली DNA वैक्सीन
पीएम मोदी ने कोरोना वैक्सीन के मुद्दे पर भी बात की। उन्होंने कहा, भारत का वैक्सीन डिलीवरी प्लेटफॉर्म कोवीन एक ही दिन में करोड़ों वैक्सीन डोज़ लगाने के लिए डिजिटल सहायता दे रहा है। उन्होंने कहा, मैं UNGA को ये जानकारी देना चाहता हूं कि भारत ने दुनिया की पहली DNA वैक्सीन विकसित कर ली है जिसे 12 साल से ज्यादा आयु के सभी लोगों को लगाया जा सकता है।
Today, I extend an invitation to all vaccine manufacturers from across the world to make vaccines in India: PM Modi at United Nations General Assembly pic.twitter.com/wNcOCCcXOY
— ANI (@ANI) September 25, 2021
वैक्सीन मैन्युफैक्चर्स भारत में आमंत्रित
उन्होंने कहा, भारत के वैज्ञानिक एक नेजल वैक्सीन के निर्माण में भी लगे हैं। मानवता के प्रति अपने दायित्व को समझते हुए भारत ने एक बार फिर दुनिया के जरूरतमंदों को वैक्सीन देनी शुरू कर दी है। मैं आज दुनिया भर के वैक्सीन मैन्युफैक्चर्स को भी आमंत्रित करता हूं कि आइए और भारत में वैक्सीन बनाइए।
पाकिस्तान को दी नसीहत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने UNGA में संबोधित करते हुए इशारों-इशारों में पाकिस्तान को नसीहत दी है। उन्होंने कहा है कि, प्रतिगामी सोच के साथ, जो देश आतंकवाद का राजनीतिक उपकरण के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं, उन्हें ये समझना होगा कि आतंकवाद, उनके लिए भी उतना ही बड़ा खतरा है। उन्होंने कहा, ये सुनिश्चित किया जाना बहुत ज़रूरी है कि अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल आतंकवाद फैलाने और आतंकी हमलों के लिए न हो। उन्होंने कहा, हमें इस बात के लिए भी सतर्क रहना होगा वहां कि नाजुक स्थितियों का इस्तेमाल कोई देश अपने स्वार्थ के लिए एक टूल की तरह इस्तेमाल करने की कोशिश न करे।
We also need to ensure that no country tries to take advantage of delicate situation in Afghanistan & use it for its own selfish interests. At this time, people of Afghanistan, women & children, minorities need help. We must fulfill our duties by providing them with help: PM Modi pic.twitter.com/uuRUv6b9rb
— ANI (@ANI) September 25, 2021
अफगानिस्तान की जनता को मदद की जरूरत
उन्होंने कहा, “इस समय अफगानिस्तान की जनता को वहां की महिलाओं, बच्चों और अल्पसंख्यक आबादी को मदद की ज़रूरत है। इसमें हमें अपना दायित्व निभाना ही होगा।”
ओसियन रिसोर्सेज का यूज करें अब्यूज नहीं
हमारे समुद्र भी हमारी साझी विरासत है इसलिए हमें ध्यान रखना होगा कि ओसियन रिसोर्सेज को हम यूज करें अब्यूज नहीं। हमारे समुद्र अंतर्राष्ट्रीय व्यापार की लाइफलाइन भी हैं। इन्हें हमें एक्सपैंशन और एक्सक्लूजन की दौड़ से बचाकर रखना होगा।
प्रदूषित पानी बड़ी समस्या
प्रदूषित पानी, भारत ही नहीं पूरे विश्व और खासकर गरीब और विकासशील देशों की बहुत बड़ी समस्या है। भारत में इस चुनौती से निपटने के लिए हम 17 करोड़ से अधिक घरों तक, पाइप से साफ पानी पहुंचाने का बहुत बड़ा अभियान चला रहे हैं।