16.1 lakh quintals Bought cotton, bought a record of white gold
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पांढरकवडा. कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण देश में लाकडाउन घोषित किया गया था. इसी संकट में किसानों का खरीफ के सीजन के लिए बिज एवं खाद उपलब्ध कराने के लिए कंपनियों ने रियायतें दी थी.  लेकिन कई कंपनियों ने किसानों पर विचार किए बिना अपनी कंपनी की आय बढाने के लिए बडी मात्रा में फर्जी बीज बाजार में उतारे. लेकिन इससे किसान और उसका जीवन प्रभावित हुआ. जिसका परिणाम किसान और उनका जीवन प्रभावित हुआ.

 शुरू में, किसानों को दुसरी और तिसरे बार बुआई करनी पडी. जैसे-तैसे जुगाड कर सोयाबीन की बुआई की, जिसके पश्चात सोयाबीन की फली विकसित नहीं हुई, लगातार बारिश से कपास की फसल को काफी नुकसान हुआ. इतना बडा संकट आने के बाद भी किसानों को न्याय देने के लिए कोई सामने नहीं आया. पांढरकवडा तहसील के पहापल के किसान पुत्र  सुरज चौधरी ने केलापुर तहसील किसानों को सीधे मदद, फसल बीमा देने की मांग जल्द से जल्द देकर दिवाली के पूर्व सीसीआई की कपास खरीदी शुरू करने की गुहार जिलाधिकारी को सौंपे ज्ञापन से लगाई है. वापसी की बारिश से किसानों का कपास भीग गया है.

हालांकि दिवाली मनाने के लिए, सरकार को तुरंत सीसीआई कपास खरीदना शुरू करना चाहिए और किसानों को न्याय देना चाहिए, ऐसी मांग की पहापल के सामाजिक कार्यकर्ता व स्वच्छतादूत, समतादूत, मुख्यमंत्री ग्रामविकास दुत सुरज चौधरी के साथ बापूराव मेश्राम, संजय कोलेकर, छगन कायरकर, प्रवीण हामंद, बंडू हामंद, भाऊराव नव्हाते, राहुल वऱ्हाडे, प्रदीप सावंत, आदि किसानों ने की है.