Bawankule
File Photo

  • बावनकुले ने आर्थिक पैकेज देने की मांग की

Loading

नागपुर. कोरोना महामारी ने राज्य के किसानों की कमर तोड़ दी है. आर्थिक रूप से तंगी में चल रहे 1074 गरीब व मध्यमवर्ग किसानों ने बीते 6 महीने में आत्महत्या कर ही है. पूर्व ऊर्जामंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने आरोप लगाया है कि महाविकास आघाड़ी सरकार द्वारा किसानों तक किसी तरह की मदद नहीं पहुंचने, पैकेज घोषित नहीं करने के कारण किसान सुसाइड करने को मजबूर हुए हैं. जिसके चलते इन किसान परिवारों में सरकार के प्रति भारी आक्रोश नजर आ रहा है.

उन्होंने कहा कि जनवरी से जून महीने में लगभग हर दिन 6 किसानों से सुसाइड किया है. कोरोना लाकडाउन का सबसे अधिक झटका किसानों को ही लगा है. विशेषकर फल व सब्जी उप्तादक किसानों को सर्वाधिक नुकसान करना पड़ा. किसानों की उपज खेतों में खराब हो गई.

तुरंत दे मुआवजा
बावनकुले ने कहा कि राज्य के किसानों को आर्थिक संकट से बाहर निकालने के लिए महाविकास आघाड़ी तुरंत आर्थिक मदद दे और नुकसान की भरपायी के लिए मुआवजा घोषित करें. उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष मराठवाड़ा और पश्चिम महाराष्ट्र में भारी बारिश हुई थी. बाढ़ से पश्चिम महाराष्ट्र में फसले नष्ट हो गई थी. लाकडाउन के चलते किसानों पर दूसरा संकट आन पड़ा. उपज की बिक्री नहीं होने से भारी नुकसान हुआ. बाजार में सब्जियों के भाव उन्हें नहीं मिले. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे तुरंत किसानों के लिए पैकेज जाहिर कर मदद करें.