Mahila Bachat Gat
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भंडारा. आर्थिक दृष्टि से दुर्बल घटक की हजारों महिलाओं का बचत गट संकट में आ गया है. आर्थिक सहयोग न मिलने के कारण स्वयंरोजगार करने में परेशानी खड़ी हो रही है. दूसरी ओर महिला बचत गट की ओर से बनायी गई वस्तुओं की कोई व्यवस्था न होने के कारण इन महिलाओं को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है. कोरोना काल की तंगी के बाद भी महिला बचट गट में शामिल महिलाओं की हालत में अभी तक कोई सुधार नहीं हुई है.

आर्थिक तथा सामाजिक दृष्टि से दुर्बल समाज घटक की महिलाओं को बचत गट के महत्व को अच्छी तरह से बताया गय था. बचत गट के माध्यम से आर्थिक स्थिरता मिलने पर सामाजिक समस्याओं का स्थायी समाधान होगा. इसके अलावा लोकतांत्रिक व्यवस्था में अपना मूलाधार प्राप्त करने के लिए इस बचत गट की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है.

इस वजह से सरकार की ओर से बचत गट तैयार किए और इसमें शामिल होने के लिए महिलाओं को प्रोत्साहित किया जाता है. ग्रामीण क्षेत्रों में गांव में बचत गटों की स्थापना की गई. स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं के माध्यम से विभिन्न योजनाओं को कुछ प्रमाण में अमल में लाने से महिलाओं मे जागृत बढ़ रही है. जिले के विभिन्न महिला बचग गटों का मार्गदर्शन करके जानकारी दी.