- बिटरगांव वन रेंज अधिकारी की कार्य पद्धति पर प्रश्न चिन्ह
उमरखेड. उमरखेड वनपरिक्षेत्र (वन्यजीव) अधिकारी ओमप्रकाश पेंदोर की ओर से अतिरिक्त प्रभार पैनगंगा अभयारण्य के वनपरिक्षेत्र अधिकारी बिटरगाव में दिए जाने से पैनगंगा अभयारण्य में उनकी अनदेखी होने से अवैध कटाई में वृद्धि हुई है.
वर्तमान में पैनगंगा अभयारण्य में भारी वर्षा के कारण, अभयारण्य हरियाली से आच्छादित है. अभयारण्य के नागरिकों के लिए पैनगंगा अभयारण्य का महत्व महत्वपूर्ण है. अभयारण्य में मूल्यवान पौधे और सागौन प्रचुर मात्रा में हैं. वन विभाग के अधिकारी और ग्रामीण विभाग के कर्मचारियों की अनदेखी के लिए अपनी नाराजगी व्यक्त कर रहे हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि वन रेंजर ने पिछले कुछ दिनों में जंगल में एक तेंदुए का शव बरामद किया था. अफसरों की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं.
जब कभी किसी ने अभयारण्य (वन) की एक घटना के बारे में वन रेंज अधिकारी को फोन लगाने पर उनका मोबाइल नॉट रिचेबल बताता है. पैनगंगा अभयारण्य के नागरिक और वन्यजीव मित्र अब मांग कर रहे हैं कि बिटरगांव वनपरिक्षेत्र (वन्यजीव) के अतिरिक्त प्रभार को पेंदोर से हटा दिया जाए और अभयारण्य की रखवाली करने वाले अधिकारी को सौंप दिया जाए.