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    • सोयाबीन के तेल के दाम में भी कमी आयी

    अकोला. जून माह के अंतिम सप्ताह से जुलाई माह तक बाजार में सोयाबीन के दाम 10 हजार रू. से भी अधिक थे. लेकिन फिलहाल सोयाबीन के दाम 5400 रू. क्विंटल के अनुसार हैं. वहीं कम से कम 4150 रू. के दाम हैं. सोयाबीन की क्वालिटी को देख कर दाम मिल रहे हैं. इस बार सोयाबीन की फसल पक जाने के बाद जिन किसानों ने बारिश के पहले फसल काट ली थी उनकी सोयाबीन काफी अच्छी थी लेकिन जिन किसानों की फसल लगातार बारिश में भीग गयी थी उस फसल की क्वालिटी बिगड़ गयी है. केंद्र सरकार द्वारा आयात शुल्क कम करने के बाद सोयाबीन के दाम कम हुए हैं ऐसा किसानों का कहना है.

    सोयाबीन के गारंटी दाम 3980 रू. क्विंटल हैं लेकिन जहां सोयाबीन को 10 हजार रू. के दाम मिल रहे थे वह 4500 से भी नीचे आ जाने के कारण जिले भर के किसान काफी चिंता में दिखाई दे रहे हैं. एक तो पहले ही पिछले दिनों हुई अत्यधिक और लगातार बारिश के कारण किसानों की स्थिति खराब चल रही है. कुछ कुछ किसान तो ऐसे हैं जिन्हें सोयाबीन का उत्पादन खर्च तक नहीं निकल पाया है. और ऐसी स्थिति में यदि दाम भी घटने लगे तो किसानों का चिंतित होना स्वाभाविक है. 

    मूंग और उड़द की फसल भी खराब

    सोयाबीन के साथ साथ मूंग और उड़द की फसल को भी काफी हानि पहुंची है. पिछले कुछ दिनों से एपीएमसी में उड़द की आवक लगातार शुरू है. बीच में उड़द की आवक कम होने से उड़द के दाम तेजी पर थे लेकिन अब उड़द में भी स्थिरता देखी जा रही है. उसी प्रकार की परिस्थिति मूंग की भी है. लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि मूंग और उड़द के दाम आनेवाले समय में और बढ़ेंगे क्योंकि मूंग और उड़द की मांग काफी बढ़ी है. 

    आनेवाले समय में सोयाबीन के दाम बढ़ेंगे-शिरीश धोत्रे

    इस बारे में कृषि उपज बाजार समिति के सभापति शिरीश धोत्रे का कहना है कि फिलहाल सोयाबीन के दाम स्थिर है लेकिन आनेवाले समय में सोयाबीन के दाम बढ़ने की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि फिलहाल सोयाबीन में अधिक नमी है. आनेवाले समय में नमी कम होने पर निश्चित इसका असर दामों पर पड़ेगा. यह भी उन्होंने कहा.