बाघ की दहशत

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    गोंदिया (का). धापेवाड़ा, सोनपुरी, जरताड, भानपुर, कोहका के खेतों में बाघ के पग चिह्न मिलने से दहशत व्याप्त है. इन दिनों गोंदिया तहसील  के  इन ग्रामों  में बाघ की चहलकदमी से खौफजदा ग्रामीण खेतों में जाने से डर रहे है. इससे उनकी खेती प्रभावित हो रही है और बाघ की दहशत से लोग डरे हुए हैं.

    31 अक्टूबर को  ग्राम लोधीटोला ( धापेवाड़ा) में खेत में काम करने वाले मजदूर और किसानों को खेत में बाघ के पंजों के निशान नजर आए. उन्होंने इसकी जानकारी ग्राम पंचायत सदस्य कृष्णकुमार ठकरेले   व डा. प्रदीप रोकड़े को दी. डा. रोकड़े ने परिसर के खेतों में बाघ के पंजों के निशान होने की जानकारी वन विभाग को दी.

    इसके बाद  दासगांव वन क्षेत्र के राउंड ऑफिसर शकील दुरानी  व  दवनीवाडा बीट के फॉरेस्ट गार्ड प्रवीण आमनर वहां पहुंचे,  खेत में जाकर बाघ के पंजों के निशान का निरीक्षण किया  और ग्रामीणों को सतर्क रहने की अपील की.  इस समय संजय माहूले, किशोर बघेले आदि ग्रामीण उपस्थित थे. 

    उल्लेखनीय है कि  कुछ ही दिनों पहले ग्राम जरताल  व  भानपुर में बाघ ने कुछ मवेशियों का  शिकार किया है.  जिससे  ग्रामीण काफी डरे हुए दिखाई दे रहे हैं.  वन विभाग ने  ग्रामीणों को जंगल में न जाने व सतर्क रहने का आव्हान किया है.