एनसीपी के साथ सिराज मेहंदी की नई पारी, यूपी विधानसभा चुनाव में नया रंग

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    मुंबई: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly Elections) की बढ़ती सरगर्मियों के बीच मंगलवार को सिराज मेहंदी (Siraj Mehndi) कांग्रेस (Congress) छोड़ कर शरद पवार की पार्टी एनसीपी (NCP) में शामिल (Join) हो गए हैं। चुनाव से ठीक पहले मेहंदी ने यह फैसला लेकर यूपी की राजनीति (UP Politics) में नया रंग घोलने का काम किया है। यूपी में मेहंदी को अल्पसंख्यक समाज का बड़ा चेहरा माना जाता है। मुंबई में पार्टी अध्यक्ष शरद पवार ने मेहंदी का एनसीपी में स्वागत किया। 

    इस मौके पर उन्होंने  कहा कि मैं एनसीपी में शामिल होकर बेहद खुश हूं। सिराज ने कहा कि यूपी के विधानसभा चुनाव में शरद पवार की बड़ी भूमिका होगी। मेहंदी ने विश्वास जताया कि पवार ने जिस तरह महाराष्ट्र से बीजेपी की सरकार को उखाड़ फेंकने में कामयाब रहे हैं, उसी तरह उनकी अगुवाई में समाजवादी पार्टी समेत अन्य सहयोगी दल की मदद से यूपी से भी बीजेपी सरकार को सत्ता से उखाड़ कर फेंकने में हम सभी कामयाब होंगे। माना जा रहा है कि सिराज के एनसीपी में शामिल होने से यूपी में पार्टी का अल्पसंख्यक वोट बैंक और मजबूत होगा।     

     कांग्रेस के पूर्व एमएलसी

    सिराज मेंहदी कांग्रेस के पूर्व एमएलसी रह चुके हैं। हालांकि हाल के महीनों में पार्टी के साथ उनकी खटपट चल रही थी। नवम्बर, 2019 में कांग्रेस ने उन्हें पार्टी से छह साल के लिए बाहर कर दिया था। सिराज ने पार्टी ने शिया समुदाय की उपेक्षा का आरोप लगाया था। कांग्रेस पार्टी ने सिराज को यूपी कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ का चेयरमैन भी बनाया था। हालांकि उन्होंने अपने एक विवादित बयान में कहा था कि कांग्रेस अध्यक्ष  सोनिया गांधी राहुल और प्रियंका के मोह में फंसी हुई हैं।  सिराज ने आरोप लगाया था कि राहुल और प्रियंका पार्टी को बर्बाद कर रहे हैं, जबकि सोनिया गांधी धृतराष्ट्र बनी हुई हैं। उनके इन बयानों की वजह से कांग्रेस ने उनसे दूरी बना ली थी। हालांकि अब इन कड़वे अनुभवों को भुलाने के बाद सिराज ने एनसीपी का दामन थाम कर अपनी राजनीति की नई इनिंग की शुरुआत कर दी है।