मुंबई: प्रवर्तन निदेशालय की गई कार्रवाई पर शिवसेना नेता संजय राउत ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। राउत ने कहा, “मैं डरने, मेरी संपत्ति जब्त करने, मुझे गोली मारने या जेल भेजने वाला नहीं हूं, संजय राउत बालासाहेब ठाकरे के अनुयायी और शिव सैनिक हैं, वह लड़ेंगे और सभी को बेनकाब करेंगे। मैं चुप रहने वालों में से नहीं हूं, उन्हें नाचने दो। सच्चाई की जीत होगी।”
पीएमएलए के तहत कार्रवाई
ईडी ने संजय राउत, उनकी पत्नी और सहयोगियों पर यह कार्रवाई धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत किया है। ईडी ने जारी किये अपने बयान में कहा कि, ईडी ने संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत के दादर फ्लैट गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के पूर्व निदेशक प्रवीण राउत की जमीन के रूप में कुल 11.15 करोड़ रुपये की संपत्ति को अस्थायी रूप से कुर्क किया। इसी के साथ अलीबाग़ में छह प्लाट भी जब्त किया है।
#UPDATE| ED provisionally attached assets totalling Rs 11.15cr, in form of land held by Pravin Raut, ex-director of Guru Ashish Construction Pvt Ltd, a Dadar flat of Varsha Raut, wife of Sanjay Raut&Alibaug plots jointly held by Varsha Raut& Swapna Patkar, wife of Sujit Patkar:ED
— ANI (@ANI) April 5, 2022
ईडी द्वारा शिवसेना नेता संजय राउत से जुड़ी संपत्तियों को कुर्क किये जाने के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने भाजपा पर बदले की राजनीति करने और केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर महाराष्ट्र में एमवीए नेताओं की आवाज दबाने का आरोप लगाया। ईडी ने धन शोधन रोकथाम कानून के तहत अलीबाग में राउत और उनके परिवार से जुड़े आठ भूखंड और मुंबई के दादर उपनगर में एक फ्लैट को कुर्क किया है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
महाराष्ट्र राकांपा के मुख्य प्रवक्ता महेश तापसे ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) महा विकास आघाड़ी नेताओं को इसलिये निशाना बना रही है क्योंकि वह 2019 के विधानसभा चुनावों के बाद राज्य में सरकार नहीं बना सकी थी। तापसे ने प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई के समय पर भी सवाल उठाया और कहा कि जैसे ही महाराष्ट्र सरकार ने जांच एजेंसी के कुछ अधिकारियों के खिलाफ जबरन वसूली के राउत के आरोप की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया, तो बदले में यह कार्रवाई की गई।
तापसे ने एक वीडियो बयान में कहा, “केंद्र की भाजपा सरकार अपने राजनीतिक विरोधियों की आवाज दबाने के लिए अपनी जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। (महाराष्ट्र में) क्या चल रहा है? यह प्रतिशोध की राजनीति है जो महाराष्ट्र में चल रही है।” उन्होंने कहा कि राउत से जुड़ी संपत्तियों को इसलिये कुर्क किया गया क्योंकि उन्होंने महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ एमवीए के समर्थन में और भाजपा के खिलाफ बात की थी।