पिंपरी: राज्य भर के नागरिक जबरन लादी जा रही लोडशेडिंग (Loadshedding) से त्रस्त हैं। इसके लिए बीजेपी (BJP) के पिंपरी-चिंचवड (Pimpri-Chinchwad) अध्यक्ष और भोसरी विधानसभा क्षेत्र के विधायक महेश लांडगे (MLA Mahesh Landge) ने इसके लिए गठबंधन सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए लोडशेडिंग के विरोध में पिंपरी-मोरवाड़ी में बीजेपी के केंद्रीय कार्यालय के सामने विधायक लांडगे के मार्गदर्शन में एमएसईडीसीएल के खिलाफ लालटेन मोर्चा (Laleton Morcha) निकाला गया।
पिंपरी-चिंचवड़ एक औद्योगिक क्षेत्र है। इन क्षेत्रों में अघोषित लोडशेडिंग की समस्या पहले शुरू हो जाती है। इतना ही नहीं, सरकार ने अब लोडशेडिंग लगाकर उद्यमियों और व्यापारियों पर दोहरी मार पड़ी है। पिछले दो वर्षों को महामारी, लॉकडाउन और अन्य संकटों से चिह्नित किया गया है। इससे मुख्य सवाल यह उठता है कि अब उद्योग कैसे चलाया जाए। इस लालटेन मार्च में इस जगह के नागरिकों पर इसका दूरगामी प्रभाव पड़ने वाले मुद्दों को भी उठाया गया था।
आठ से दस घंटे बिजली गुल
विधायक महेश लांडगे ने कहा कि अघोषित लोडशेडिंग पिछले दो साल से एक समस्या है। हालांकि, इस गर्मी में यह ज्यादा हो गया है। औद्योगिक क्षेत्र में बिना किसी सूचना के आठ से दस घंटे बिजली गुल रहती है। ऐसे में यह सवाल खड़ा हो गया है कि उद्योगों को क्या करना चाहिए। कोरोना प्रकोप के बाद उद्यमी पहले ही थक चुके थे, लेकिन अब उनके पीछे लोडशेडिंग का दर्द शुरू हो गया है। उनके सामने सवाल यह है कि इससे कैसे उबरें। साथ ही नागरिकों को भी इससे काफी परेशानी हो रही है। जब बच्चों की परीक्षा चल रही होती हैं तो बड़ी संख्या में निवासी रात में बिजली के बिना रहते हैं। बच्चों को कैसे परीक्षा देनी चाहिए। कब पढ़ाई करनी है। पर्याप्त नींद कैसे लें, यह सवाल भी समय-समय पर उठता रहा है।
आंदोलन में इनकी रही उपस्थिति
इस आंदोलन में बीजेपी महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्षा उमा खापरे, संगठन महासचिव अमोल थोरात, पूर्व सभागृह नेता नामदेव ढाके, पूर्व नगरसेवक मोरेश्वर शेडगे, बाबू नायर, अर्जुन ठाकरे, अनुराधा गोरखे, अजय पाताडे, सुप्रिया चांदगुडे, वैशाली खाडये, रवि जांभुलकर, दिनेश यादव, आशा काले, वीणा सोनवलकर, सुभाष सरोदे, सतपाल गोयल, विजय शिनकर, गणेश ढाकणे, प्रदीप बेंद्रे, देवदास शिंदे, महादेव कवीतके, कैलास सानप, दीपक नागरगोजे, संकेत चोंधे, शिवदास हांडे, देवदत्त लांडे, संतोष ठाकुर, दत्ता यादव, अमित गुप्ता, मनोज तोरडमल, महेंद्र बाविस्कर, महेंद्र ढवाण, कविता हिंगे, दीपाली कारंजकर, हेमंत देवकुले, सोनाली शिंपी, बालाजी रंगनाथन, सचिन उदागे, विक्रांत गंगावणे, सोनम जांभुलकर, पोपट हजारे, सचिन डोंगरे, नंदू भोगले, अतुल इनामदार, किरण पाटील, राजू बाबर आदि शामिल हुए।