औरंगाबाद. महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे (Raj Thackeray) ने रविवार को महाराष्ट्र दिवस (Maharashtra Diwas) के अवसर पर औरंगाबाद में सांस्कृतिक मंडल मैदान एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने पवार पर आरोप लगाया कि उन्होंने जातीय राजनीती फैलाई। साथ ही मनसे प्रमुख ने मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकरों (Loudspeakers) को लेकर फिर एक बार राज्य सरकार को चेतावनी दी। उन्होंने कहा, 3 तारीख को ईद है। मुझे उनके त्योहार में विष नहीं डालना है। लेकिन 4 तारीख से हम बिल्कुल नहीं सुनेंगे।
रास्ते पर नमाज पढ़ने का अधिकार किसने दिया?
राज ठाकरे ने हिंदुओं से अनुरोध किया कि जहां, लाउडस्पीकर लगेंगे वहां उनके सामने हनुमान चालीसा दोगुनी होनी चाहिए। यदि आप अनुरोध नहीं सुनते हैं, तो कोई विकल्प नहीं है। लाउडस्पीकर आपके धर्म के अनुकूल नहीं है। हमें सभा लेते वक्त कहा जाता है कि यह साइलेंट ज़ोन है, स्कूल है कहा जाता है। रात को कहा स्कूल होती है? ये लोग रास्ते पर नमाज अदा करते हैं। किसने अधिकार दिया?
Maharashtra | MNS chief Raj Thackeray arrives at Sanskrutik Mandal Maidan in Aurangabad for a public rally. pic.twitter.com/PhAtkbzTJH
— ANI (@ANI) May 1, 2022
मैं महाराष्ट्र में कहीं भी दंगा नहीं चाहता
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के मुखिया ने कहा, लाउडस्पीकर का मुद्दा पुराना है। कई लोगों ने मेरे सामने इस मुद्दे को उठाया है। मैंने केवल मस्जिद पर लगे लाउडस्पीकर के लिए हनुमान चालीसा का विकल्प दिया है। मैं महाराष्ट्र में कहीं भी दंगा नहीं चाहता। अगर लाउडस्पीकर के विषय को धार्मिक रंग देने जा रहे हैं, तो हम भी धर्म के साथ जवाब देंगे। जब हम नहीं चाहते हैं तो हमें चरम भूमिका निभाने के लिए मजबूर न करें। सभी लाउडस्पीकर्स अनधिकृत हैं। यूपी में लाउडस्पीकर्स उतारे गए तो महाराष्ट्र में क्यों नहीं?
शरद पवार नास्तिक
राज ठाकरे ने शरद पवार पर हमला बोला। उन्होंने कहा, शरद पवार जातियों के बीच तनाव पैदा करते हैं जिससे दरार पड़ रही हैं। उन्होंने सवाल किया कि, क्या शरद पवार ने कभी छत्रपति शिवाजी महाराज का जिक्र किया? वहीं, शरद पवार को नास्तिक बोलने के बाद वे भड़क गए। इसके बाद भगवान और पूजा के फोटो निकाले गए। यह ड्रामा है। लेकिन ये बात खुद शरद पवार की बेटी ने लोकसभा में कबूल की है।
शरद पवार को हिंदू शब्द से एलर्जी
मनसे प्रमुख ने कहा, राजनीतिक फायदे के लिए विवाद खड़ा किया गया है। शरद पवार को हिंदू शब्द से एलर्जी है। यह महाराष्ट्र शाहू, फुले अंबेडकर का है लेकिन उससे पहले यह छत्रपति शिवाजी महाराज का है। मैं किसी भी जाति को मानता हूं। आपने 18 पगड जातियों में विष डाला है। यह विष अब स्कूल-कॉलेजों में पहुंच चुका है। नेक विचार देने वाला महाराष्ट्र जाति में सड़ रहा है। मैं किसी जाति को नहीं मानता।
महाराष्ट्र के सभी हिस्सों में होंगी सभा
राज ठाकरे ने कहा, मेरी अगली सभी सभा मराठवाड़ा के हर जिले में होगी। वहीं, विदर्भ, कोंकण, उत्तरी महाराष्ट्र, पश्चिमी महाराष्ट्र में भी जाएंगे। राज्य के सभी हिस्सों में बैठकें होंगी। उन्हों कहा, महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में कई समस्या विचाराधीन है। संभाजी नगर में पिने के पानी की समस्या गंभीर है। मुझे हर समस्या की कल्पना है।
जो इतिहास भूल गया, उसके पैरों तले भूगोल खिसक गया
ठाकरे ने कहा, हमें 1 मई को मनाते हुए महाराष्ट्र को समझने की जरूरत है। जो लोग समाज के इतिहास को भूल गए हैं, उनके लिए भूगोल उनके पैरों तले फिसल गया है। उसके पैरों तले की जमीन खिसक गई है। इसलिए थोड़ा सा इतिहास हमें समझने की जरूरत है। हम जो हैं हम महाराष्ट्र से हैं, हम मराठी हैं। उन्होंने कहा, छत्रपति शिवाजी महाराज एक विचार है। हमारे राजा ने हमें स्वाभिमान के साथ जीना सिखाया है। अपने जीवन के केवल 50 वर्षों में महाराज ने बहुत अच्छा काम किया।
मराठेशाही का पूरा इतिहास भूल गए
मनसे प्रमुख ने कहा, आज हम मराठेशाही का पूरा इतिहास भूल गए हैं। हम महापुरुषों की जयंती और पुण्यतिथि मना रहे हैं। डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ने का था कि, जिस दिन शिवाजी इस समाज में प्रवेश करेंगे, उस दिन पूरी दुनिया को जीत लिया जा सकता है।