मुंबई: महाराष्ट्र- कर्नाटक सीमा विवाद (Maharashtra Karnataka Border Dispute) दिनबदिन तुल पकड़ता नजर आ रहा है। इस मामले को लेकर दोनों राज्यों में भारी विरोध हो रहा हैं। वहीं, इस मामले को लेकर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि, मैंने केंद्रीय गृह मंत्री से बात की है और उन्हें मौजूदा स्थिति के बारे में सब कुछ समझाया है। मैंने उनसे कहा कि महाराष्ट्र के वाहनों पर बेवजह हमला किया जा रहा है। उन्होंने आगे बताया कि, मैंने उनसे तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है और उनसे कर्नाटक के मुख्यमंत्री से बात करने का अनुरोध किया है।
I’ve spoken with Union Home Minister&explained to him everything about the ongoing situation. I told him that vehicles from Maharashtra are being attacked without any reason. I’ve sought his immediate intervention&requested him to speak to Karnataka CM: Maharashtra Dy CM Fadnavis pic.twitter.com/K6YmhlV89m
— ANI (@ANI) December 7, 2022
सर्वदलीय बैठक बुलाने का आग्रह
जारी सीमा विवाद के मुद्दे पर कांग्रेस ने बुधवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से तत्काल सर्वदलीय बैठक बुलाने और इसपर राज्य सरकार का रुख स्पष्ट करने का आग्रह किया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बालासाहेब थोराट ने यह भी कहा कि कर्नाटक में सीमावर्ती इलाकों में रह रहे मराठी भाषी लोगों पर हाल में हुए हमले काफी गंभीर हैं। उन्होंने पूछा, “क्या केंद्र सरकार कर्नाटक को इस मुद्दे पर निर्देश दे रही है।”
थोराट ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, “सीमा विवाद ने अलग रूप धारण कर लिया है। कर्नाटक में ट्रक, बसें और अन्य वाहन क्षतिग्रस्त किए जा रहे हैं। महाराष्ट्र कर्नाटक की तरफ से इस तरह के हमलों को बर्दाश्त नहीं करेगा।” थोराट ने यह भी कहा कि, एक ओर जहां महाराष्ट्र में विपक्षी दलों ने सीमा मुद्दे पर चिंता व्यक्त की है और मराठी लोगों के साथ मजबूती से खड़े हैं, तो दूसरी ओर मुख्यमंत्री (एकनाथ शिंदे) अब भी चुप हैं।
विवाद ने मंगलवार को पकड़ा तूल
उल्लेखनीय है कि, बेलगावी जिले पर दावेदारी को लेकर महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच दशकों पुराने विवाद ने मंगलवार को तूल पकड़ लिया था। इस दौरान कर्नाटक से महाराष्ट्र में प्रवेश करने वाले वाहनों पर पथराव किया गया था। जिसके बाद कर्नाटक सरकार ने महाराष्ट्र की बस को कर्नाटक न आने की सलाह दी थी।
महाराष्ट्र में भी विरोध प्रदर्शन
इससे पहले, नासिक में ‘स्वराज्य संगठन’ के कार्यकर्ताओं (Swarajya Sangathan Activists) ने नासिक शहर में कर्नाटक बैंक (Karnataka Bank) के ‘साइनबोर्ड’ पर कालिख पोत दी। वहीं, संगठन ने बैंक के शटर पर ‘जय महाराष्ट्र’ लिख दिया और कर्नाटक सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की। संगठन के कार्यकर्ताओं ने आज सुबह काले कपड़े पहने और भगवा झंडे थामे कर्नाटक बैंक की कनाडा कॉर्नर शाखा पर विरोध प्रदर्शन किया।
महाराष्ट्र के धैर्य की परीक्षा नहीं लेनी चाहिए
कल हुए पथराव के बाद शरद पवार ने प्रेस कॉन्फरन्स करते हुए राज्य और केंद्र सरकार पर हमला बोला था। एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि, सीएम एकनाथ शिंदे को कोई भी फैसला लेने से पहले सभी पार्टियों को विश्वास में लेना चाहिए…संसद सत्र शुरू होने वाला है, मैं सभी सांसदों से एक साथ आने और इस पर स्टैंड लेने का अनुरोध करता हूं। शरद पवार ने आगे कहा कि, सीएम शिंदे की कर्नाटक के सीएम से बात करने के बावजूद, उन्होंने इस मुद्दे पर कोई नरमी नहीं दिखाई है…किसी को भी हमारे (महाराष्ट्र) धैर्य की परीक्षा नहीं लेनी चाहिए और यह गलत दिशा में नहीं जाना चाहिए।