शाश्वत खेती के लिए जैविक खेती सर्वोत्तम पर्याय, केंद्रीय राज्यमंत्री संजय धोत्रे

    Loading

    अकोला. रासायनिक खेती का दुष्परिणाम जमीन स्वास्थ्य, अनाज उत्पादन से मानव स्वास्थ्य व पर्यावरण पर भी दिखाई देते है. खेती की शाश्वतता के लिए जैविक खेती यही सर्वोत्तम पर्याय होकर जैविक पद्धति ने उत्पादित किए खेतमाल बिक्री, प्रचार, प्रसार के लिए स्थापिन हुए महासंघ ऑरगैनिक मिशन से यह मुहिम अधिक बजबूत होगी. यह विश्वास केंद्रीय मानव संसाधन तथा इलेक्ट्रॉनिक, सूचना तकनीकी ज्ञान राज्यमंत्री संजय धोत्रे ने व्यक्त किया.

    स्थानीय डा. पंजाबराव देशमुख जैविक खेती मिशन अंतर्गत स्थापित किए 37 किसान उत्पादक कंपनियों ने इकठ्ठा आकर महासंघ ऑरगैनिक मिशन इस नाम से महासंघ स्थापित किया. तथा उसी महासंघ के मॉम इस ब्राण्ड की भी निर्मिति की है. वे इस कार्यक्रम के उद्घाटक के रुप में आनलाइन पद्धति से शामिल होकर बोल रहे थे. विश्व पर्यावरण दिन निमित्त इस कार्यक्रम का आयोजन किया था.

    इस अवसर पर डा. पंजाबराव देशमुख कृषि विद्यापीठ के उपकुलपति डा. विलास भाले, महासंघ ऑरगैनिक मिशन के अध्यक्ष प्रकाश पोहरे, पद्मा पोहरे, जिलाधिकारी जीतेंद्र पापलकर, भारत सरकार के कृषि मंत्रालय की सहसचिव निरजा, जैविक खेती मिशन के सलाहकार वंदना द्विवेदी, बिनिता शहा, पी.सी. नायडू, संचालक आत्मा मुले, सेंद्रीय खेती के राज्य समन्वयक कृषि आयुक्तालय पुणे के सुनील चौधरी, प्रक्रिया व नियोजन संचालक सुभाष नागरे, उप संचालक अशोक बाणखेले तथा महासंघ के किसान सदस्य उपस्थित थे. 

    इस अवसर पर केंद्रीय राज्यमंत्री धोत्रे के हाथों महासंघ के लोगो तथा सहसचिव निरजा के हाथों व्यापार सूचना पत्र का प्रकाशन किया गया. केंद्रीय राज्यमंत्री धोत्रे ने कहा कि विदर्भ के 6 जिलों के किसानों ने इकठ्ठा आकर स्थापित किए महासंघ को सरकार की ओर से मदद करने के लिए कटिबद्ध है.

    इस अवसर पर उपकुलपति डा. विलास भाले, जिलाधिकारी जीतेंद्र पापलकर, सहसचिव निरजा, सलाहकार वंदना द्विवेदी, बिनिता शहा, पी.सी. नायडू, आत्मा के संचालक किसनराव मुले, प्रक्रिया व नियोजन संचालक सुभाष नागरे, उप संचालक अशोक बाणखेले अपने विचार व्यक्त किए. कार्यक्रम का संचालन डा. पंजाबराव देशमुख जैविक खेती मिशन के प्रकल्प संचालक आरिफ शाह ने किया. कार्यक्रम में महासंघ के पदाधिकारी, सदस्य व किसान उपस्थित थे.