नयी दिल्ली. एक बड़ी खबर के अनुसार देश की राजधानी दिल्ली में स्थित मैक्स हॉस्पिटल (Max Hospital) द्वारा कोरोना मरीज (Coronavirus Patient) के इलाज के लिए 1।8 करोड़ रुपये का बिल देने पर अब विवाद बढ़ता ही जा रहा है। इस मामले पर अब मैक्स हॉस्पिटल ने सफाई दी है। इसमें अस्पताल ने बताया कि डिस्चार्ज के वक्त मरीज और उसके परिवार वाले संतुष्ट थे। इसके अलावा उन्हें इलाज की कीमत के बारे में वक्त-वक्त पर सारी जानकारी दी गई थी। लेकिन फिर भी कोरोना के इलाज के लिए 1।8 करोड़ रुपये का बिल, क्या वाकई हो सकता है यही अब बड़ा प्रश्न है।
4 महीने से ज्यादा अस्पताल में भर्ती रहा था मरीज
दरअसल इस बाबत मैक्स हॉस्पिटल (Max Hospital) ने कहा कि, ” उक्त मरीज को 28 अप्रैल को इमरजेंसी में लाया गया था और उन्हें कोरोना वायरस (Coronavirus) हुआ था। इसके साथ ही मरीज को निमोनिया की भी शिकायत थी और उनकी हालत काफी गंभीर थी। 10 मई को मरीज को एक्मो मशीन (Ecmo Machine) लगाई गई और उन्हें 75 दिन तक एक्मो मशीन पर रखना पड़ा। 23 जुलाई को मशीन हटाई गई। बाद में मरीज को 16 अगस्त तक ICU में रहना पड़ा। इस प्रकार मरीज कुल साढ़े चार महीने अस्पताल में रहा।”
‘आप’ विधायक सोमनाथ भारती ने उठाया मुद्दा
बता दें कि यह मामला तब सामने आया जब आम आदमी पार्टी (AAP) के मालवीय नगर विधायक सोमनाथ भारती (Somnath Bharti) ने मैक्स अस्पताल, साकेत में कोरोना के इलाज के लिए कथित तौर पर 1.8 करोड़ रुपये चार्ज करने को लेकर सवाल किया कि, क्या आजतक कोरोना के लिए इतना बिल किसी अस्पताल ने दिया है?
Whats the maximum you have heard a hospital charging for curing Corona?? 25 lacs? 50 lacs?..no it’s whopping 1.8 cr! .@MaxHealthcare Saket charged this unbelievable amount to a wife for her husband n then shouted at her when she took my help to ask for a discount. Heartless!..1/2
— Adv. Somnath Bharti सोमनाथ भारती: कोरोना हारेगा! (@attorneybharti) September 6, 2021
कांग्रेस ने भी किया मामले का पता
Letter to @MoHFW_INDIA @mansukhmandviya urging him to call for an explanation from @MaxHealthcare as to why a patient was charged 1.8 crores.Delhi Govt should do the same
Also to set up independent regulator for Health & Pharmaceuticals industry@attorneybharti @ArvindKejriwal pic.twitter.com/ikr2CaVAql— Manish Tewari (@ManishTewari) September 8, 2021
अब इस मामले पर कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी (Manish Tewari) ने भी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया को पत्र लिखा है और ऐसी घटनाओं से बचने के लिए एक रेगुलेटर नियुक्त करने की भी मांग की है। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री को लिखे पत्र में उन्होंने लिखा, “मैं आपसे तुरंत स्पष्टीकरण मांगूंगा कि अस्पताल ने एक मरीज से इतनी अधिक राशि क्यों और कैसे ली। चाहे वह कितना भी अस्वस्थ हो या ना हो।” वहीं इस पर उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सरकार को तुरंत एक रेगुलेटर नियुक्त करने के लिए एक विधेयक लाना चाहिए।
ट्वीटर पर मैक्स हॉस्पिटल के बिल हो रहे ‘Trend’
Max hospital bill corona.
Rs-/15 lakhs😒 pic.twitter.com/AAxGB54ft2— Ravi chauhan (@Ravicha83194686) June 27, 2020
Max saket hospital kaise looy raha hai corona ke bimari me inka bill dekho PPE kit ke 9 days ka charge 80000 rs. Only and total bill 401000 rs. Only wo bhi jab ke iska koi ilaj nhi hai
Pls share maximum pic.twitter.com/IlveFxk8LY— Surinder Gaur (@SurinderGaur3) May 20, 2020
@ArvindKejriwal @aajtak @ABPNews @narendramodi
Mere saale ko Corona hua Max hospital mein uska ilaaz karaya hai hospital ke bill mein 90000 PPE kit or 54000 ki doctors visit show hai. Unse jawab maang rahe hai to koi baat nhi kar raha hai. Doctors ki regular visit nhi hui. Bill : pic.twitter.com/RItBILKIK6— MAYANK SHARMA (@MAYANKS33115971) May 20, 2020
लेकिन एक बड़ा प्रश्न जो ये है कि, कोरोना काल में ऐसे कितने ही बड़े बिल मैक्स हॉस्पिटल (Max Hospital) ने लोगों को दिए हैं और उनसे पैसे भी वसूले हैं। शायद मैक्स हॉस्पिटल (Max Hospital) उन बहुत से अस्पतालों में से एक हो, जहाँ आज भी रोगियों और उनके परिवारों का शोषण हो रहा हो। फिलहाल (Max Hospital) द्वारा लोगों को कोरोना इलाज के कुछ बिल हम आपको दिखा रहे हैं, जो शायद ऐसे ही किसी बड़े घपले की मात्र सुगबुगाहट ही हो।