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    नई दिल्ली. सुबह कि बड़ी खबर के अनुसार बीते मंगलवार सुबह ED (Enforcement Directorate)की टीम ने नेशनल हेराल्ड (National Herald) के दिल्ली, मुंबई और कोलकाता समेत 16 ठिकानों पर सघन छापेमारी की थी। गौरतलब है कि यह कार्रवाई सोनिया और राहुल  गांधी से पूछताछ के बाद की गई थी। करीब 14 घंटे चली मैराथन छापेमारी के बाद देर रात ED के अधिकारियों ने यह जांच खत्म कर दी थी।

    पता हो कि, इस मामले में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी से पहले पूछताछ की जा चुकी है। उनके पूछताछ के बाद बीते मंगलवार को ED ने मनी लॉन्डरिंग मामले की जांच के तहत कांग्रेस के स्वामित्व वाले ‘नेशनल हेराल्ड’ समाचार पत्र के मुख्यालय सहित 16 स्थानों पर बीते मंगलवार को छापा मारा था। इसके साथ ही ED के अधिकारियों ने मध्य दिल्ली में आईटीओ पर बहादुर शाह जफर मार्ग स्थित ‘हेराल्ड हाउस’ कार्यालय पर भी छापा मारा था। इसका पता समाचार पत्र को प्रकाशित करने वाले ‘एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड’ के नाम पर पंजीकृत है।

    12 घंटे हुई थी सोनिया गांधी से पूछताछ

    ‘नेशनल हेराल्ड’ मामले को लेकर ED ने पहली बार सोनिया गांधी से बीते 21 जुलाई को 3 घंटे पूछताछ की थी। इसके बाद ED ने उन्हें बीते 26 जुलाई को बुलाया और फिर 6 घंटे तक सवाल किए थे। फिर बीते हफ्ते बुधवार को ED ने सोनिया को पूछताछ के लिए बुलाया था, यहां एजेंसी ने उनसे तब 3 घंटे पूछताछ की थी। इस प्रकार कुल जमा 12 घंटे हुई पूछताछ के दौरान उनसे 100 से ज्यादा सवाल पर पूछताछ हुई थी।

    बीच भंवर में कांग्रेस

    इधर कांग्रेस का कहना है कि जब हेराल्ड का प्रकाशन करने वाले एजेएल को वित्तीय समस्याओं का सामना करना पड़ा, तो कांग्रेस ने ही उसे बचाया क्योंकि वह अपनी ऐतिहासिक विरासत में बहुत ज्यादा विश्वास करती थी। इसके अलावा कांग्रेस का यह भी कहना है कि AJL के पास अभी भी नेशनल हेराल्ड का मालिक, प्रिंटर और प्रकाशक बना रहेगा और संपत्ति का कोई परिवर्तन या हस्तांतरण भी नहीं हुआ है। हालाँकि इस बीच 2016 में नेशनल हेराल्ड का डिजिटल वर्जन फिर से लॉन्च किया गया था। लेकिन अब इसके संपती और शेयर के मालिकाना हक़ सवालों को लेकर सोनिया गांधी और राहुल गांधी के साथ कांग्रेस भी हाशिए पर है। 

    जानें पूरा मामला 

    पता हो कि, इस मामले की बात करें वर्ष 1937 में स्थापित नेशनल हेराल्ड अखबार प्रकाशित करने वाली कंपनी एजेएल को घाटे से उबारने के लिए कांग्रेस ने करीब 90 करोड़ का एक बड़ा कर्ज दिया था। बाद में इस कर्ज के एवज में एजेएल ने अपने 99% शेयर ‘यंग इंडियन’ कंपनी को दे दिए थे।

    ख़बरों के मुताबिक ‘यंग इंडियन कंपनी’ में सोनिया गांधी और राहुल गांधी के अब 38–38% शेयर हैं। इसी मामले में ही ED द्वारा ‘यंग इंडियन’ को मिले एजेएल के शेयर समेत ‘यंग इंडियन’ के खाते में आए पैसों की भी सघन जांच भी हो रही है। वहीं बीते मंगाल्वार को इसी मामले के तहत ED ने नेशनल हेराल्ड के दिल्ली, मुंबई और कोलकाता समेत 16 ठिकानों पर सघन छापेमारी की थी।