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    औरंगाबाद. केन्द्र सरकार (Central Government) जीएसटी (GST) के माध्यम से फिर एक बार पिछले दरवाजे से इन्सपेक्टर राज लाने के प्रयासों में जूटी है। इसके खिलाफ 26 फरवरी शुक्रवार को भारत बंद (Bharat Band) का एलान किया गया है। इस बंद को औरंगाबाद जिला व्यापारी महासंघ का समर्थन है। बंद में हर क्षेत्र के व्यापारी शामिल होकर बंद मनायेंगे। यह जानकारी औरंगाबाद जिला व्यापारी महासंघ के अध्यक्ष जगन्नाथ काले ने आयोजित प्रेस वार्ता में दी।

    उन्होंने बताया कि जीएसटी में किए जटिल प्रावधान तथा दमनकारी स्थितियों के खिलाफ कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिय़ा ट्रेडर्स ने भारत बंद का एलान किया है। उसे महाराष्ट्र चेंबर ऑफ कॉमर्स, मराठवाड़ा चेंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड ट्रेडर्स व औरंगाबाद जिला व्यापारी महासंघ ने समर्थन दिया है। भारत बंद को देश के 40 हजार संगठनों और 8 करोड़ व्यापारियों ने समर्थन दिया है। यह सभी व्यापारी अपने प्रतिष्ठान बंद रखकर जीएसटी के दमनकारी शर्तों के खिलाफ आवाज उठाने का फैसला किया है।

    जिले भर के कारोबार बंद रहेंगे

    महासंघ के अध्यक्ष काले ने केन्द्र सरकार से विनंती करते हुए कहा कि पिछले दरवाजे से फिर एक बार इन्सपेक्टर राज लाकर भ्रष्टाचार को बढ़ावा न दे। एक सवाल के जवाब में जिला व्यापारी महासंघ के अध्यक्ष ने बताया कि जीएसटी में किसी प्रकार की सुनवाई न लेकर अथवा नोटिस न देते हुए माल जप्त करना, जीएसटी रजिस्ट्रेशन रद्द करना, रिर्टन न भरने देना, अपराध दर्ज आदि धाराओं में संशोधन कर व्यापारियों को जीएसटी रिटर्न आसानी से भरा जा सकें, ऐसे प्रावधान किए  जाएं। जिससे व्यापारी अपने व्यापार की ओर  लक्ष्य केन्द्रीत कर सके। सरकार की नीतियों के खिलाफ बुलाए गए भारत बंद को औरंगाबाद जिला व्यापारी महासंघ ने समर्थन दिया है। शुक्रवार को शहर सहित औरंगाबाद जिले भर के कारोबार बंद रहेंगे। शहर सहित जिले के व्यापारियों ने शुक्रवार को अपने व्यापार पूरी तरह बंद रखने की अपील जिला व्यापारी महासंघ के अध्यक्ष जगन्नाथ काले, कैट के महाराष्ट्र के उपाध्यक्ष अजय शहा, महासचिव लक्ष्मीनारायण राठी, मराठवाड़ा चेंबर के अध्यक्ष प्रफुल्ल मालानी, उपाध्यक्ष विजय जैसवाल, सरदार हरिसिंह, संजय कांकरिया, सहसचिव जयंत देवलानकर, गुलाम हक्कानी, कचरु वेलंजकर ने की है।