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केपटाउन: महिंद्रा एंड महिंद्रा को महाराष्ट्र के चाकन में बनने वाले अपने कारखाने में 2027 से 2029 तक इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) उत्पादन सालाना दो लाख इकाई तक पहुंचने की उम्मीद है। कंपनी के अध्यक्ष (वाहन क्षेत्र) विजय नाकरा ने यह जानकारी दी। कंपनी को उम्मीद है कि 2030 तक कुल वाहन बिक्री में ईवी की हिस्सेदारी 30 प्रतिशत हो जाएगी। वाहन कंपनी को इसी साल जनवरी में महाराष्ट्र सरकार से पुणे के पास चाकन में 10,000 करोड़ रुपये के ईवी संयंत्र को स्थापित करने की मंजूरी मिली है। 

कंपनी विनिर्माण इकाई स्थापित करने और अपनी आगामी ‘बॉर्न इलेक्ट्रिक’ (बीई) मॉडल के विकास और उत्पादन के लिए अपनी अनुषंगी के माध्यम से सात-आठ साल में यह निवेश करेगी। नाकरा ने कहा, “हम चाकन संयंत्र में 2027 से 2029 तक उत्पादन दो लाख इकाई तक पहुंचने की उम्मीद कर रहे हैं।” 

उन्होंने कहा कि बीई श्रंखला के अंतर्गत पहला उत्पाद अगले साल के अंत तक बाजार में आ सकता है और चाकन संयंत्र में उत्पादन उससे चार-पांच महीना पहले शुरू हो सकता है। एमएंडएम यात्री वाहन खंड में एकमात्र इलेक्ट्रिक मॉडल- एक्सयूवी400 बेचती है, जिसका उत्पादन महाराष्ट्र के नासिक स्थित संयंत्र में होता है। कंपनी हालांकि घरेलू इलेक्ट्रिक तिपहिया वाहन खंड में लगभग 70 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ सबसे आगे है। (एजेंसी)