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मुंबई: कीमती पीली धातु सोना (Gold) नई ऊंचाई पर पहुंच गया है। सोने में तेजी का रूख तो विगत 6 महीनों से ही बना हुआ था और अब अमेरिका और यूरोप में कई बड़े बैंकों के डूबने तथा अमेरिकी डॉलर (US Dollar) के कमजोर होने से सोने में जोरदार तेजी आ गयी है। सुरक्षित निवेश के लिए विश्व स्तर पर सोने की मांग बढ़ गयी है। इसी कारण वैश्विक बाजार में सोना बीते सप्ताह 11 माह के उच्च स्तर 1993 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया, जबकि भारतीय बाजार में तो 59,400 रुपए प्रति दस ग्राम की नई ऊंचाई पर जा पहुंचा है। 

जब-जब वैश्विक अर्थव्यवस्था (Global Economy) में जोखिम बढ़ता है तो सोने की चमक बढ़ जाती है। वर्तमान में भी यही स्थिति है। रूस-यूक्रेन वार के बाद आपूर्ति (Supply) प्रभावित होने और सट्टेबाजी (Speculation) के कारण बेकाबू हुई कमोडिटीज की महंगाई को कंट्रोल करने के लिए पिछले साल अमेरिका, यूरोप और अन्य देशों ने ब्याज दरें (Interest Rates) बढ़ाने का रास्ता अपनाया तो इससे अमेरिका सहित वैश्विक अर्थव्यवस्था में मंदी का खतरा बढ़ रहा है। इसी वजह से सोने में तेजी आने लगी है क्योंकि सोना दुनिया में सबसे सुरक्षित निवेश (Safe Investment) माना जाता है।

सिल्वर से ज्यादा गोल्ड में चमक

विगत 6 महीनों में सोने की कीमतों में 18% का उछाल आया है और कीमतें अब नई ऊंचाइयों पर पहुंच रही हैं। लंदन में सोना 300 डॉलर से अधिक बढ़कर 1993 डॉलर प्रति औंस हो गया है, जबकि भारत में 50,440 रुपए से 18% बढ़कर 59,400 रुपए प्रति दस ग्राम हो गया है। सोने के साथ चांदी (Silver) में भी तेजी का रूख बन गया है। दोनों धातुओं में लगभग साथ-साथ ही तेजी-मंदी आती है। चांदी में विगत 6 महीनों के दौरान 20% का उछाल आया है। लंदन में जहां चांदी 19 डॉलर से बढ़कर 22.75 डॉलर प्रति औंस हो गयी है, वहीं मुंबई में 57,000 रुपए से बढ़कर 68,650 रुपए प्रति किलो पर पहुंच गयी है। विशेषज्ञों का कहना है कि वैश्विक स्तर पर अब जिस तरह के हालात बने हैं, उसे देखते हुए इस साल सोने की कीमतों में और तेजी आने की पूरी संभावना है। वैश्विक बाजार में अब तक का सर्वोच्च स्तर 2063 डॉलर है, जो 8 अगस्त 2020 को बना था। उस दिन मुंबई में सोना 57,400 रुपए की रिकॉर्ड ऊंचाई पर बिका था, जो अब 59,000 रुपए के पार हो गया है। अब इस साल 65,000 रुपए के पार होने की उम्मीद जताई जा रही है। सोने के साथ चांदी भी 73,000 रुपए प्रति किलो पहुंचने का अनुमान है। हालांकि चांदी में तेजी का जोर कम दिख रहा है।

‘enavabharat’ का अनुमान सही साबित

‘नवभारत’ (enavabharat.com) ने 24 अक्टूबर 2022 को अपने विश्लेषण ‘फिर चमकेगा सोना’ में सोने-चांदी की कीमतों में जल्द तेजी आने का अनुमान व्यक्त किया था, जो एकदम सही साबित हुआ। उसके बाद 9 जनवरी 2023 को प्रकाशित विश्लेषण ‘नई ऊंचाई की ओर सोना’ भी सही सिद्ध हुआ है। 24 अक्टूबर 2022 से लेकर अब तक सोने में 18% और चांदी में 20% का उछाल दर्ज हुआ है।

अब भारत में मिलेगा शुद्ध सोना

केंद्र सरकार गोल्ड ज्वैलरी की हॉलमार्किंग (Hallmarking) में 1 अप्रैल से नए नियम लागू कर रही है। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के नए नियमों के तहत अब देश में 6 डिजिट (6 Digit) वाले अल्फ़ान्यूमेरिक कोड के बिना सोना या स्वर्ण आभूषण नहीं बिकेंगे। यानी एक अप्रैल से सिर्फ 6 डिजिट का कोड अनिवार्य होगा। पहले 3 या 4 डिजिट के कोड प्रचलन में थे। नया 6 डिजिट कोड आभूषण निर्माता और विक्रेता की जानकारी देगा तथा यह जानकारी बीआईएस (BIS) के पोर्टल पर एवं हॉलमार्किंग सेंटर में रहेगी। ग्राहक भी बीआईएस केयर एप (BIS Care app) में 6 डिजिट कोड दर्ज कर यह जानकारी ले सकेगा। अगर 6 अंकों वाला हॉलमार्क नंबर दर्ज करने पर कोई जानकारी नहीं मिले तो समझ लीजिये यह सोना नकली हो सकता है।  इस कारण सरकार का यह फैसला ग्राहकों के हित में बड़ा कदम है। इससे ग्राहकों को पूरी शुद्धता (Purity) के साथ सोना मिलेगा। यदि सोने के सिक्कों, बार या स्वर्ण आभूषण की मेकिंग में कोई खोट नजर आता है तो इस यूनिक हॉलमार्किंग (Unique Hallmarking Code) के जरिए निर्माता और विक्रेता, दोनों का आसानी से पत्ता चल जाएगा और उनके खिलाफ कार्रवाई में आसानी होगी।

जैसा कि हमने अनुमान व्यक्त किया था कि सोना 2023 में नई ऊंचाई पर पहुंचेगा। गोल्ड न्यू हाई हो गया है। अब लंदन में 2,200 डॉलर प्रति औंस तथा मुंबई में 65,000 रुपए दस ग्राम की नई ऊंचाई पर पहुंच सकता है। इसके प्रबल आसार हैं। लेकिन आगे सिल्वर से ज्यादा गोल्ड में तेजी रहेगी। गोल्ड एक ऐसा सेफ इन्वेस्टमेंट है, जिसने हमेशा अच्छा रिटर्न देने के साथ इन्वेस्टर की वेल्थ बनाई है। अब अमेरिका और यूरोप में बैंकों के डूबने से लोगों का भरोसा गोल्ड पर और बढ़ गया है और केंद्रीय बैंकों के साथ-साथ संस्थागत व रिटेल निवेशक सोने में निवेश बढ़ा रहे हैं। जिससे तेजी जोर पकड़ रही है। वैश्विक अर्थव्यवस्था में मंदी के हालात भी बन रहे हैं। अमेरिकी डॉलर में तेजी खत्म हो चली है। कुल मिलाकर सोने में तेजी का दौर जारी रहेगा। इसलिए हर निवेशक को अपने पोर्टफोलियो को सुरक्षित रखने और बेहतर रिटर्न के लिए गोल्ड में निवेश अवश्य करना चाहिए।

-संजय शाह, अध्यक्ष, ज्वैलमेकर्स वेलफेयर एसोसिएशन

 

गोल्ड हमेशा से सबसे सुरक्षित निवेश रहा है और वैश्विक स्तर पर जारी अस्थिरता और बैंकिंग क्राइसिस के कारण लोगों का भरोसा और बढ़ा हैं। अब कीमतों में तेजी आने से उन निवेशकों को अच्छा फायदा हो रहा हैं, जिन्होंने विगत वर्षों में निवेश किया था। अब वे नई खरीद के लिए आगे आ रहे हैं। हमें लगता है कि सोने में तेजी का दौर जारी रहेगा और अगले 12 महीनों में कीमतें ग्लोबल मार्केट में 2300 डॉलर तथा इंडिया में 70,000 रुपए तक पहुंच सकती हैं। भारत में केंद्र सरकार ने गोल्ड ज्वैलरी की हॉलमार्किंग में एक अप्रैल 2023 से 6 डिजिट का कोड अनिवार्य कर दिया है, जो ग्राहकों के हित में सरकार का बहुत अच्छा कदम है। इससे ग्राहकों को जहां खरा सोना मिलेगा, वहीं गोल्ड की शुद्धता में कोई कमी दिखने पर निर्माता और विक्रेता, दोनों को ट्रैक करने में आसानी होगी।

-मंगेश चौहान, प्रबंध निदेशक, स्काई गोल्ड लिमिटेड