नई दिल्ली. भारत ने निवेश के लिहाज से सर्वाधिक आकर्षक उभरते बाजार के तौर पर चीन को पीछे छोड़ दिया है। दुनिया भर के प्रमुख केंद्रीय बैंकों एवं सरकारी संपत्ति कोष के एक सर्वे में यह निष्कर्ष सामने आया है। वैश्विक निवेश प्रबंधन फर्म ‘इन्वेस्को’ की सोमवार को जारी एक रिपोर्ट में कहा गया कि 21,000 अरब डॉलर की संपत्ति रखने वाले 57 केंद्रीय बैंकों एवं 85 सरकारी संपत्ति कोष के एक सर्वेक्षण में सर्वाधिक आकर्षक उभरते बाजार के रूप में चीन के बजाय भारत को चुना गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, भारत को अपने सुधरी हुई कारोबारी एवं राजनीतिक स्थिरता, अनुकूल जनांकिकी, नियामकीय पहल और सरकारी निवेशकों के लिए दोस्ताना मौहाल होने से तेजी से सकारात्मक रूप में देखा जाने लगा है। इस रिपोर्ट को केंद्रीय बैंकों एवं सरकारी संपत्ति कोषों के 142 मुख्य निवेश अधिकारियों के विचारों के आधार पर तैयार किया गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, उच्च मुद्रास्फीति और वास्तविक ब्याज दरों के दौर में निवेशक अपने पोर्टफोलियो को नए सिरे से व्यवस्थित कर रहे हैं। सरकारी संपंत्ति कोषों को निश्चित आय और निजी ऋण पसंद है जबकि भारत जैसे उदीयमान बाजार अपनी मजबूत जनांकिकी, राजनीतिक स्थिरता और सक्रिय नियमन से निवेश के प्रमुख गंतव्य बनकर उभरे हैं। रिपोर्ट कहती है, “उदीयमान बाजारों के बीच भारत ने चीन को पीछे छोड़ते हुए सरकारी निवेशकों के हित का अधिक संवर्द्धन किया है।”
रिपोर्ट के मुताबिक, भारत सरकारी निवेशकों को पसंद आने वाली खासियत से लैस है। इसका नतीजा यह हुआ है कि भारत अब उदीयमान बाजार में निवेश के लिए सर्वाधिक आकर्षक बाजार के तौर पर चीन को पीछे छोड़ दिया है। भारत मेक्सिको एवं ब्राजील समेत उन देशों में शामिल है जो घरेलू एवं अंतरराष्ट्रीय मांग पूरी करने के लिए विदेशी कॉरपोरेट निवेश में बढ़ोतरी से लाभान्वित हो रहे हैं।
रिपोर्ट कहती है कि निवेश बढ़ाने के लिए आकर्षक उदीयमान बाजार के पैमाने पर भारत और दक्षिण कोरिया सर्वाधिक आकर्षक गंतव्य बने हुए हैं। (एजेंसी)