
मुंबई : बॉलीवुड (Bollywood) के बैडमैन (Badman) गुलशन ग्रोवर (Gulshan Grover) आज किसी पहचान के मोहताज नहीं है। उन्होंने फिल्मों में विलेन की भूमिका निभाकर लोगों में अपनी एक खास पहचान बनाई है। गुलशन आज अपना 68वां बर्थडे सेलिब्रेट कर रहे हैं। उनका जन्म आज ही के दिन 21 सितंबर, 1955 को दिल्ली में एक पंजाबी परिवार में हुआ था। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से मास्टर्स की डिग्री हासिल की है। गुलशन ने फिल्मों में आने के लिए काफी स्ट्रगल किया है।
हीरो बनने आए थे बन गए खलनायक
गुलशन ग्रोवर फिल्म में हीरो बनने आए थे, लेकिन उनपर विलेन का रोल खूब जमा फिर क्या था गुलशन बन गए भारतीय सिनेमा के मशहूर खलनायक। उन्होंने सिर्फ बॉलीवुड ही नहीं बल्कि हॉलीवुड, ब्रिटेन, जर्मन, और ऑस्ट्रेलियाई जैसी कई अलग-अलग भाषाओं की फिल्मों में काम किया है। वो 450 से अधिक फिल्मों में अपनी भूमिका निभा चुके हैं। जिसमें ‘मोहरा’, ‘इज्जत’, ‘दिलवाले’, ‘राम लखन’, ‘शोला और शबनम’, ‘हिंदुस्तान की कसम’, ‘इंसाफ कौन करेगा’, ‘अवतार’, ‘ब्रेकिंग वेव्स’, ‘लज्जा’, ‘गंगा देवी’, ‘मैरीगोल्ड’ और ‘डेस्परेट एंडेवर’ जैसी कई फिल्में शामिल है।
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गरीबी में बीता बचपन
गुलशन ग्रोवर ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि उनका बचपन काफी गरीबी में बिता। उन्हें लाइफ में काफी स्ट्रगल करना पड़ा। उनका स्कूल दोपहर में शुरू होता था, लेकिन वो सुबह ही अपने बैग में स्कूल यूनीफॉर्म रखकर घर से निकल जाते थे। वो घर से दूर बड़ी-बड़ी कोठियों में बर्तन और कपड़े धोने वाला डिटर्जेंट पाउडर बेचते थे और इससे कमाए हुए पैसों से गुलशन अपने स्कूल का खर्च निकालते थे। गुलशन कभी भी अपनी गरीबी से डरे नहीं बल्कि गरीबी ने उन्हें और भी ज्यादा मजबूत बनाया। उनके पिता ने हमेशा उन्हें ईमानदारी और मेहनत के रास्ते पर चलना सिखाया।