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  • पशुपालक व किसानों की बढी चिंता

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गडचिरोली. तहसील के पशुधन पर अज्ञात बिमारी का प्रादुर्भाव् होने से पशुपालक व किसानों की चिंताएं बढ गई है. ऐसे में संक्रमित बिमारी होने से किसान व पशुपालकों में दहशत का वातावरण है. 

कृषिकार्य हेतु अनेनक किसान पशुपालन करते है. अनेक किसान आधुनिक खेती की ओर बढे है. मात्र बैलों का इस्तेमाल खेती के लिए करना आवश्यक होने से ग्रामीण क्षेत्र में लगबग सभी किसानों के पास मवेशी होते है. मात्र फिलहाल गडचिरोली तहसील के गोगाव, अडपल्ली, दिभना, जेप्रा, महादवाडी, कु-हाडी, चुरचुरा आदी गांव में कृषि उपयोग पालतू मवेशियों पर अज्ञात बिमारी का प्रकोप फैला है. मवेशीयों के शरीर पर गांठ निर्माण होना, शरीर के ग्रंथीयों पर तथा पैर को सुजन, बुखार, जख्म, दुर्बलना ऐसे लक्षण दिखाई दे रहे है. जिससे पशुपालक चिंता में डूबे है. फिलहाल रोपाई का सीजन होने से खेती कार्यो के लिए बैलों की आवश्यकता होती है. मात्र बैलों को ही इस अज्ञात सक्रमित बिामरी का प्रकोप होने से किसान चिंता में है. 

संक्रमित बिमारी होने से बढी चिंता 
एक मवेशी को हुई यह बिमारी दुसरे मवेशियों में फैल रही है. इस संक्रमित बिमारी के चलते किसानों में दहशत का वातावरण निर्माण हुआ है. कोरोना के संकट में किसानों पर आयी दोहरे संकट के कारण किसान हतबल हुआ है. मवेशियों पर आए इस अज्ञात विचित्र बिमारी से तहसील के अडपल्ली में स्थित पशुवैद्यकीय अस्पताल में शिविर आयोजित कर टिकाकरण किया गया. शिविर में अडपल्ली, गोगाव के अनेक किसानों के मवेशियों पर उपचार किया. प्राथमिक उपचार के बाद इस बिमारी पर नियंत्रण पाया जा रहा है. पशुपालक मवेशीयों पर ऐसे लक्षण पाए जाने  पर तत्काल समीपी पशुवैद्यकीय अस्पताल में जाकर मवेशीयों पर उपचार करे, ऐसा आह्वान पशुवैद्यकीय अधिकारी ने किया है.