प्रधानमंत्री मोदी ने 100वीं किसान रेल को दिखाई हरी झंडी, छोटे किसानों के लिए वरदान 

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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 100वीं किसान रेल (Farmer Train) को हरी झंडी दिखाई। प्रधानमंत्री ने इस दौरान किसानों को संबोधित करते हुए किसान रेल को छोटे और सीमांत किसानों के लिए वरदान बताया है।इस अवसर पर कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) और रेल मंत्री पियूष गोयल (Piyush Goyal) भी शामिल रहे। 

किसानों और खेती को जोड़ जा रहा 

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, “अगस्त में कृषि को पूरी तरह से समर्पित पहली रेल शुरू की गई थी। देश के हर क्षेत्र की खेती को, किसानों को किसान रेल से जोड़ा जा रहा है। कोरोना की चुनौती के बीच भी पिछले 4 महीनों में किसान रेल का आंकड़ा 100 पर पहुंच गया है।” उन्होंने कहा, “किसान रेल चलती कोल्ड स्टोरेज सुविधा की तरह है। फल, सब्जियां, दूध, मछली आदि जैसे नाशपाती आइटम सुरक्षित रूप से एक स्थान से दूसरे स्थान पर समय पर पहुंचाए जा सकते हैं।”

किसानों के लिए हमारी नियत साफ़ 

पीएम मोदी ने कहा, “किसान रेल से 80% से अधिक छोटे और सीमांत किसानों को बहुत बड़ी शक्ति मिली है। इसमें किसानों के लिए कोई न्यूनतम मात्रा तय नहीं की गई है। छोटे किसानों का छोटे से छोटा उत्पाद भी कम कीमत पर सही सलामत बड़े बाज़ार तक पहुंच पाएगा।” उन्होंने कहा, “छोटे किसानों को कम खर्च में बड़े और नए बाज़ार देने के लिए हमारी नियत भी साफ है और नीति भी स्पष्ट है। हमने बजट में ही इससे जुड़ी महत्वपूर्ण घोषणाएं कर दी थी।”  

पीएम कृषि संपदा योजना की शुरू 

पीएम मोदी ने कहा, “पीएम कृषि संपदा योजना के तहत मेगा फूड पार्क, कोल्ड चेन इंफ्रास्ट्रक्चर, एग्रो-प्रोसेसिंग क्लस्टर जैसी लगभग 6500 परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है। सरकार ने आत्मानबीर ’पैकेज के तहत सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों के लिए 10,000 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं। 

40 घंटो में फासला होगा तय 

महाराष्ट्र के संगोला से शुरू होने वाली यह किसान रेल पश्चिम बंगाल के शालीमार तक चलेगी। यह ट्रेन 2000 किलोमीटर का फैसला 40 घंटो में तय करेगी। इस दौरान ट्रेन में फल और सब्जियों को भेजा जाएगा।