नई दिल्ली. अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी की महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी ने उत्तरप्रदेश में योगी सरकार द्वारा उठाए गए ऑनलाइन क्लासेज वाले कदम की प्रशंसा की हैं. प्रियंका ने पोस्ट करते हुए लिखा कि “ यूपी में मेडिकल कालेजों ने एमबीबीएस की कक्षाएं क्लासरूम में न लगाकर ऑनलाइन करने का सूझ – बूझ भरा कदम उठाया है. कुछ दिनों पहले यूपी सरकार ने 29 जून से क्लासेज शुरू करने का एक बिना सोच विचार वाला निर्णय लेकर विद्यार्थियों के लिए खतरा पैदा कर दिया था. केजीएमयू में 25 विद्यार्थी कोरोना की चपेट में भी आ गए थे.”
यह पहली बार नहीं है जब प्रियंका योगी सरकार की सराहना कर रही है. इससे पहले कोटा में लॉकडाउन की वजह से फंसे बच्चों की वापसी को लेकर उन्होंने राज्य सरकार की तारीफ की और प्रवासी मजदूरों की वापस लाने की अपील की थी. उन्होंने कहा था, ‘उनकी (मजदूरों) सबसे बड़ी समस्या क्या है? मजदूरी करने के लिए ये अलग-अलग शहरों में गए. लॉकडाउन हुआ और मजदूरी बंद हो गई. आगे चलते-चलते राशन भी खत्म हो गया. अब छह-छह लोग, आठ- आठ लोग एक कमरे में बंद हैं. राशन मिल नहीं रहा है। ये लोग बहुत ही घबराए हुए हैं और किसी भी तरह से घर जाना चाहते हैं. हम इनको दोषी नहीं ठहरा सकते कि आप घर जाना चाहते हैं. हम और आप भी तो अपने परिवार के साथ रहना चाहते हैं.’
ये मजदूर हमारे अपने हैं। इनकी मदद करना हम सबकी जिम्मेदारी है। हम इन्हें ऐसे ही नहीं छोड़ सकते। कोई रास्ता तो निकालना होगा।#COVID pic.twitter.com/25b1A9n31X
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) April 19, 2020
महासचिव प्रियंका गांधी ने आगे कहा था कि ‘हमें इनकी समस्या का हल खोजने की कोशिश करनी चाहिए. यह सबकी जिम्मेदारी है, मेरी भी और आपकी भी. हर सरकार की जिम्मेदारी है. यूपी का हर एक मजदूर चाहे वह कहीं भी हो, किसी भी प्रदेश में हो, किसी भी देश में हो, योगी सरकार की जिम्मेदारी है. हम उनको इस तरह से नहीं छोड़ सकते हैं. मैं यूपी सरकार को बधाई देना चाहती हूं कि कोटा से आप छात्रों को घर ले आए लेकिन ये मजदूर भी तो आपके ही हैं. ये भी हमारे हैं. इनके भी परिवार त्रस्त हैं, परेशान हैं. घबराए हुए हैं, इनके पास खाने के लिए कुछ नहीं है. इनके पास राशन नहीं है, हम इन्हें घर नहीं ला पा रहे हैं.’
प्रियंका गांधी हमेशा ही एक सकारात्मक विपक्ष नेता की भूमिका में रही है. भले ही योगी की सरकार खुले तौर पर माने या ना माने वह प्रदेश में सुधार के लिए अकसर योगी सरकार की आलोचना, उन्हें सलाह देना और सराहना करती रहती हैं.