अहमदाबाद. आज गुजरात (Gujarat) के अहमदाबाद (Ahamdabad) शहर में अब से कुछ देर पहले भगवान जगन्नाथ (God Jagannath) की 146वीं रथयात्रा मंगलवार सुबह कड़ी सुरक्षा के बीच शुरू हुई और बड़ी संख्या में श्रद्धालु इसमें शामिल हो रहे हैं। इसी क्रम में आज अहमदाबाद में रथयात्रा सुबह 7 बजे ही शुरू हो गई। आज राज्य के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल पहिंदा विधि कर रथ यात्रा की शुरुआत की। इससे पहले सुबह 4.30 बजे भगवान को खिचड़ा प्रसाद हुआ। 6।30 बजे भगवान की तीनों मूर्तियों को रथ में विराजमान किया गया।
#WATCH | Gujarat | A large number of devotees gather in Ahmedabad for the Jagannath Rath Yatra 2023. CM Bhupendra Patel performed Pahind Vidhi on the occasion. pic.twitter.com/zqGc9EZyYD
— ANI (@ANI) June 20, 2023
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने सोने की झाड़ू से रथ का मार्ग साफ करने की प्रतीकात्मक रस्म के रूप में ‘पाहिंद विधि’ में भाग लिया। इसके बाद भगवान जगन्नाथ, उनके भाई बलभद्र और बहन देवी सुभद्रा के रथ जमालपुर इलाके में स्थित 400 साल पुराने जगन्नाथ मंदिर से 18 किलोमीटर की रथयात्रा के लिए निकले। रथयात्रा शुरू होने से पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सुबह मंदिर में ‘मंगल आरती’ की।
अहमदाबाद शहर में सुरक्षा को लेकर पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गुजरात पुलिस ने पहली बार रथयात्रा में पूरे मार्ग पर निगरानी के लिए 3डी मैपिंग तकनीक का इस्तेमाल किया है और किसी भी अवैध ड्रोन को आने से रोकने के लिए ड्रोन-रोधी प्रौद्योगिकी का भी उपयोग किया जा रहा है।
रथयात्रा के रास्ते में जमालपुर, कालूपुर, शाहपुर और दरियापुर जैसे कुछ सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील क्षेत्र भी पड़ेंगे। अधिकारियों के अनुसार, रथयात्रा के मार्ग में सुरक्षा के लिए विभिन्न स्थानों पर शहर पुलिस, होमगार्ड, राज्य रिजर्व पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों के 26,000 से अधिक जवानों को तैनात किया गया है।
वहीं रथयात्रा में तीन रथों के साथ करीब 15 सजे-धजे हाथी चल रहे हैं। इनके अलावा 100 ट्रक में झांकियां और गायक मंडलियां साथ में हैं। वहीं इसमें आज लाखों लोग भाग ले रहे हैं। हिंदू पचांग के अनुसार हर साल आषाढ़ शुक्ल द्वितीय (आषाढ़ी बीज) के दिन रथयात्रा निकाली जाती है। यात्रा पुराने शहर से निकलकर मंगलवार रात साढ़े आठ बजे तक मंदिर लौटेगी।