मिलावटखोरी की सारी हदें पार, अब घास और पत्थर के पाउडर से बना रहे नकली जीरा

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    नई दिल्ली: दिवाली (Diwali) का पर्व पास में हैं जहां एक ओर बाजार (market) सजे हैं और जमकर खरीदारी हो रही हैं। वहीं मिलावटखोर (adulterators) भी एक्टिव हुए हैं। बाजारों में मिलने वाले ऐसे बहुत से खाने पीने के सामान में जमकर मिलावट की जा रही है। लोगों  के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। दिल्ली में मिलावटखोरी का एक नया कारनामा  सामने आया है। घास और पत्थर के पाउडर से नकली जीरा बनाने वाली एक फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ है।  

    यदि आप भी आँख बंद कर बाजार से सामान ले रहें है तो सावधान हो जाएं। दिल्ली में फर्जी जीरा बनाने वाली फैक्ट्री पकड़ी गई है जहां से भारी मात्रा में नकली जीरा बरामद हुआ है। दिल्ली पुलिस ने छापेमारी कर इसका भंडाफोड़ किया है और आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है।  

    पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने कंझावला के मंडनपुर रोड पर घास, गुड़ और पत्थर के पाउडर से नकली जीरा बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। ट्रक में से 348 बोरी जीरा, गोदाम में 55 बोरी जीरा, 35 घास की बोरी, गुड़ के सिरके की 25 बोरी, 25 बोरी स्टोन पाउडर बरामद किया गया है। 

    दूसरे सामान के साथ कई वस्तुओं में हल्के स्तर की सामग्री की मिलावट भी की जाती है। अच्छे क्वालिटी के चावल, दाल, गेहूं सहित अन्य अनाजों में सस्ते अनाज मिला दिए जाते हैं। महंगे तेल में सस्ते तेल की मिलावट की जाती है। डालडा में तो मोम मिला दिया जाता है। इसके लिए मोम और डालडा दोनों को पिघलाकर मिला दिया जाता है। कुछ देर बाद वह जम जाता है और लोगों को इसका पता ही नहीं चलता।