Nitin Gadkari
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महाराष्ट्र: हाल ही में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को जान से मारने की धमकी देने वाले जयेश पुजारी उर्फ ​​शाकिर का संबंध जम्मू-कश्मीर के एक आतंकी से होने की बात सामने आई है। आपको बता दें कि शाकिर ने नितिन गडकरी को दो बार धमकी दी थी। इस संबंध में जांच में पता चला है कि शाकिर का संबंध जम्मू-कश्मीर के कुख्यात आतंकी बशीरुद्दीन नूर अहमद उर्फ ​​अफसर पाशा से भी था। गौरतलब हो कि नितिन गडकरी के नागपुर स्थित कार्यालय को जनवरी और मार्च महीने में जयेश पुजारी ने धमकी दी थी। इस मामले की जांच केंद्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) कर रही है। आइए यहां जानते है पूरी खबर… 

अफसर पाशा को जल्द ही नागपुर लाया जाएगा

आपको बता दें कि बशीरुद्दीन नूर अहमद उर्फ ​​अफसर पाशा 2012 में जम्मू-कश्मीर में लश्कर-ए-तैयबा में आतंकवादियों की भर्ती के मामले में आरोपी है। इतना ही नहीं बल्कि इसके अलावा बशीरुद्दीन नूर अहमद उर्फ ​​अफसर पाशा बेंगलुरु बम ब्लास्ट का दोषी है। वह ईडी के पीएलएमए अधिनियम के तहत मनी लॉन्ड्रिंग का दोषी आरोपी भी है। नागपुर पुलिस को जयेश पुजारी के कुख्यात आतंकवादी बशुरुद्दीन नूर अहमद उर्फ ​​अफसर पाशा से संपर्क के कुछ ठोस सबूत मिले हैं।

जानकारी के लिए आपको बता दें कि गडकरी के कार्यालय को दी गई धमकी के मामले में नागपुर पुलिस पहले ही जयेश पुजारी के खिलाफ यूएपीए के तहत दो मामले दर्ज कर चुकी है। बशुरुद्दीन नूर अहमद उर्फ ​​अफसर पाशा को उन्हीं अपराधों में सह-अभियुक्त बनाया गया है। फिलहाल बशीरुद्दीन नूर अहमद उर्फ ​​अफसर पाशा बेलगाम की हिंडाल्गा जेल में कैद है। उसे जल्द ही नागपुर लाया जाएगा। 

 क्यों दी गई थी गडकरी को धमकी?

बता दें कि इस बीच आरोपी जयेश पुजारी ने पूछताछ में खुलासा किया है कि उसने नितिन गडकरी को धमकी क्यों दी थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुजारी ने जांच के दौरान बताया है कि गडकरी संघ के बहुत करीब हैं और उन्होंने उन्हें धमकी दी है। ऐसे में अब सवाल उठाया गया कि बेलगाम जेल से सिर्फ केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को ही धमकी क्यों दी गई। जी हां आरोपी जयेश उर्फ ​​शाकिर से पिछले दो माह की पूछताछ में चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है।

जेल से फोन कर जान से मारने की धमकी

जानकारी हो कि जयेश पुजारी उर्फ ​​शाकिर ने 14 जनवरी और 21 मार्च को नितिन गडकरी के नागपुर स्थित जनसंपर्क कार्यालय में फोन कर पहली बार 100 करोड़ रुपये और दूसरी बार 10 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी थी। नहीं देने पर जयेश ने गडकरी को जान से मारने की धमकी दी थी। नागपुर पुलिस की जांच में पता चला कि ये धमकी भरे कॉल बेलगाम जेल से किए गए थे। नागपुर पुलिस ने धमकी के दोनों मामलों में दो अलग-अलग मामले दर्ज किए थे, जिसके बाद दोनों मामलों में यूएपीए लगाया गया था। इस तरह बड़े नेताओं को धमकी मिलना आये दिन बढ़ रहा है। यह एक चिंता का विषय है।