हिंसा के बाद पलायन की खबर (Photo Credits-ANI Twitter)
हिंसा के बाद पलायन की खबर (Photo Credits-ANI Twitter)

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    नई दिल्ली: बंगाल के बीरभूम जिले (Birbhum Violence Updates) में टीएमसी नेता भादू शेख की हत्या के बाद हुई हिंसा में आठ लोग जिंदा जल गए। इस केस में अब तक 23 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। इसके साथ ही देश में हर तरह से इस मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया सामने आ रही है। इन सब के बीच बागुटी गांव में दहशत का आलम यह कि पीड़ित परिवार अपने घरों को छोड़कर पलायन कर रहे हैं। इस घटना को लेकर बीजेपी ने अब टीएमसी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बीजेपी नेताओं की तरफ से कड़ी प्रतिक्रिया सामने आ रही है।  

    समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया कि बीरभूम में हिंसा के बाद स्थानीय लोग अपने घरों को छोड़कर दूसरे स्थान जा रहे हैं। एक महिला ने कहा कि सुरक्षा के मद्देनज़र हम घरों को छोड़कर जा रहे है, जिनकी मृत्यु हुई उनमें से एक मेरा देवर था। पुलिस ने किसी भी तरह की सुरक्षा नहीं दी, सुरक्षा होती तो ये घटना न घटती। इस हिंसा के बाद जांच के राज्य फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (SFSL) और SIT की एक टीम बीरभूम के रामपुरहाट पहुंची है।

    बीरभूम के रामपुरहाट मे हुई हिंसा पर बंगाल के भाजपा सांसद अर्जुन सिंह ने कहा कि पूरे बंगाल में लूट का माहौल बना हुआ है। आज आपस में ही पार्टी के लोग लड़ रहे हैं। इन हत्याओं की जांच सेंट्रल एजेंसी से कराई जानी चाहिए।

    दूसरी तरफ बीरभूम की घटना पर पश्चिम बंगाल से राज्यसभा सांसद प्रदीप भट्टाचार्य ने कहा कि बंगाल में काफी हिंसा हो रही है, कानून-व्यवस्था खराब स्थिति में है, लेकिन राष्ट्रपति शासन लगाया जाए तो बंगाल शांत हो जाएगा ऐसा नहीं कह सकते हैं। लेकिन बंगाल में शांति बहाल हो इसके लिए कुछ कहना पड़ेगा। 

    इस पूरी घटना पर केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि पश्चिम बंगाल की संवैधानिक व्यवस्था को गुडें-मवालियों और देशद्रोही ताकतों ने बंधक बना लिया है। जिस तरह से यह लोग पश्चिम बंगाल में आम लोगों का खून बहा रहे हैं यह साबित है कि वहां की सरकार ऐसे लोगों के सामने असहाय हो चुकी है।