नहीं रहे देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत, कुन्नूर में हेलीकॉप्टर हादसे में गई जान

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    नयी दिल्ली/ऊटी. तमिलनाडु के सुलुर में हुए सैन्य हेलीकॉप्टर हादसे में तीनों सेनाओं के प्रमुख जनरल बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) की मौत हो गई है। इस बात की पुष्टि भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) ने की। रावत के साथ सवार उनकी पत्नी मधुलिका समेत 11 अन्य लोगों की भी मौत हो गई है। वहीं ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह  का इलाज जारी है। जिस जगह ये वाहन क्रैश हुआ है, वहां पूरा जंगल का इलाका है और अब भी  वाले स्थान से धुआं उठ रहा है। 

    रक्षामंत्री ने जताया शोक 

    सीडीएस बिपिन रावत की मौत पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने शोक जताया है। सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा, “तमिलनाडु में आज एक बेहद दुर्भाग्यपूर्ण हेलीकॉप्टर दुर्घटना में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य सशस्त्र बलों के जवानों के आकस्मिक निधन से गहरा दुख हुआ। उनका असामयिक निधन हमारे सशस्त्र बलों और देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है।” 

    उन्होंने आगे लिखा, “जनरल रावत ने असाधारण साहस और लगन से देश की सेवा की थी। पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के रूप में उन्होंने हमारे सशस्त्र बलों की संयुक्तता की योजना तैयार की थी।”

    ख़बरों के मुताबिक कुन्नूर में यह हादसा मौसम कि खराबी के कारण हुआ है। वहीं इस हादसे से जुड़ा वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। हादसे के बाद सभी को वेलिंग्टन बेस में इलाज के लिए ले जाया गया है। दरअसल रावत अपनी पत्नी के साथ ऊटी एक प्रोग्राम में शामिल होने गए थे। 

    दरअसल एक लेक्चर सीरीज के लिए CDS बिपिन रावत ऊटी वेलिंगटन गए थे।  उनके साथ उनकी पत्नी और ब्रिगेडियर रैंक के अधिकारी भी थे। CDS  रावत सुलूर से कुन्नूर आ रहे थे। उन्हें यहां से दिल्ली के लिए उड़ान भरने थी। लेकिन जैसे ही हेलिकॉप्टर ने उड़ान भरी, थोड़ी देर बाद ही ये हादसा हो गया। 

    बताया जा रहा है कि ये Mi-17V5 हेलिकॉप्टर था, जिसमें CDS बिपिन रावत समेत 14 लोग सवार थे। इनमें से 4 की मौत हो चुकी  है।  जबकि तीन लोगों को सुरक्षित निकाला गया है, सभी को पास के ही अस्पताल में ले जाया गया है। 

    ख़बरों के मुताबिक जनरल रावत के अलावा हेलीकॉप्टर में सवार लोगों में मधुलिका रावत, ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, गुरसेवक सिंह, जितेंद्र कुमार, विवेक कुमार, बी साई तेजा और हवलदार सतपाल शामिल थे।  MI-17 हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल ट्रांसपोर्टेशन के लिए किया जाता है। अधिकतर सेना के अधिकारी इसी हेलीकॉप्टर का ही इस्तेमाल करते हैं।