Omicron

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    नई दिल्ली. दक्षिण अफ्रीका (South Africa) में मिला कोरोना वायरस (Coronavirus) का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron) विकराल रूप लेता जा रहा है और वैश्विक स्तर पर इसका खतरा और बढ़ गया है। यह अन्य वैरिएंट के मुकाबले काफी तेजी से फैल रहा है। यह खतरनाक वायरस अब तक 91 से अधिक देशों में पहुंच चुका है। वहीं अगर बात करें भारत की तो यहां ओमिक्रॉन का पसर तेजी हो रहा है। इस वायरस ने देश के 12 राज्यों में एंट्री ले ली है। इसी बीच शनिवार को देश के 4 राज्यों में ओमिक्रॉन के 30 नए मामले सामने आए। जिसके बाद संक्रमितों की संख्या बढ़कर 143 हो गई है।

    देश में 24 घंटे के भीतर 4 राज्यों में ओमिक्रॉन के 30 नए मामले सामने आए हैं। इनमें तेलंगाना में सबसे ज्यादा 12 संक्रमित मिले हैं। जबकि महाराष्ट्र में 8, कर्नाटक में 6 और केरल में 4 नए मामले दर्ज किए गए हैं। हालांकि यहां अभी 3 लोगों की रिपोर्ट आनी बाकी है।

    महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा ओमिक्रॉन संक्रमित

    देश में सबसे ज्यादा ओमिक्रॉन मामले महाराष्ट्र (48) में मिले हैं। राज्य में 24 घंटे के भीतर 8 और नए मामले सामने आए हैं। जिसमें 4 मरीज मुंबई के है, जबकि 3 सतारा और 1 मरीज पुणे का है। इसके अलावा राजधानी दिल्ली में (22), तेलंगाना (20), राजस्थान में (17), कर्नाटक (14), केरल (9), गुजरात (7), उत्तर प्रदेश (2), आंध्र प्रदेश (1), चंडीगढ़ (1), तमिलनाडु (1) और पश्चिम बंगाल में (1) ओमिक्रॉन केस मिला हैं।

    भारत में आएंगे रोजाना 13 लाख मामले! 

    उधर, केंद्र सरकार की नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल (Dr VK Paul) ने ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर बड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने कहा, अगर हम ब्रिटेन (Britain) में प्रसार के पैमाने को देखें और अगर भारत में भी उस तरह का प्रकोप होता है, तो हमारी आबादी को देखते हुए, हर दिन करीब 14 लाख मामले होंगे। फ्रांस 65,000 मामले रिपोर्ट कर रहा है। हमारी आबादी को देखते हुए इसका मतलब हर दिन 13 लाख मामले होंगे।

    UK में 88,042 मामलों के साथ अब तक की सबसे अधिक दैनिक वृद्धि दर्ज की गई है। इनमें 2.4% मामले ओमीक्रोन वैरिएंट के हैं। डॉ. पॉल ने कहा कि, यूरोप 80 प्रतिशत आंशिक टीकाकरण के बावजूद गंभीर दौर से गुजर रहा है और यह भी तथ्य है कि वे भी डेल्टा लहर से गुजरे हैं।

    महामारी खत्म नहीं हुई: WHO

    विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) (World Health Organization) की क्षेत्रीय निदेशक डॉ. पूनम खेत्रपाल सिंह (Dr. Poonam Khetrapal Singh) ने कहा, “प्रारंभिक आंकड़ों से पता चलता है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट के संक्रमण के खिलाफ कोरोना वैक्सीन का असर कम हो सकता है। ओमिक्रॉन का उभरना याद दिलाता है कि महामारी खत्म नहीं हुई है। हमें इसे हल्के ढंग से खारिज नहीं करना चाहिए।”

    क्या है ओमिक्रॉन के लक्षण

    ओमिक्रॉन को लेकर जुटाए गए अभी तक के शुरुआती डेटा के मुताबिक, ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित मरीजों को बहुत अधिक थकान, गले में खराश, मांशपेशियों में दर्द जैसी समस्याएं आती हैं। इस वैरिएंट के लक्षण डेल्टा वैरिएंट से थोड़े अलग हैं। बड़ी बात ये है कि ओमिक्रॉन से संक्रमित व्यक्ति के स्वाद और गंध की क्षमता में कोई बदलाव नहीं देखा गया है। इसके साथ ही WHO ने ओमिक्रॉन को फिलहाल ‘वैरिएंट ऑफ कंसर्न’ (चिंताजनक) की कैटेगरी में डाला है। ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर अभी कुछ भी सही तरीके से स्पष्ट नहीं हुआ है।